scorecardresearch
 

AIADMK का चुनाव चिह्न जब्त, पार्टी के नाम के इस्तेमाल पर भी रोक

तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर हड़कंप मच सकता है. चुनाव आयोग ने सत्ताधारी AIADMK के चुनाव चिह्न को जब्त कर लिया है. शशिकला और पन्नीरसेल्वम में विवाद के चलते चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई की है.

Advertisement
X
AIADMK का चुनाव चिह्न
AIADMK का चुनाव चिह्न

Advertisement

तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर हड़कंप मच सकता है. चुनाव आयोग ने सत्ताधारी AIADMK के चुनाव चिह्न को जब्त कर लिया है. शशिकला और पन्नीरसेल्वम में विवाद के चलते चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई की है. आयोग ने दोनों ही गुटों पर पार्टी चुनाव चिह्न का उपयोग करने पर रोक लगा दी है. इतना ही नहीं दोनों ही खेमे पार्टी के नाम का भी उपयोग नहीं कर सकते हैं.

चुनाव आयोग ने कहा है कि आरके नगर उप चुनाव में दोनों खेमों को अलग-अलग चिह्न दिए जा सकते हैं. शशिकला गुट के दिनाकरण ने कहा कि अब हम इस मुद्दे को उठाएंगे और मुझे विश्वास है कि हमें चिह्न वापस मिल जाएगा. आगामी आरके नगर उपचुनाव में इसका कोई असर नहीं होगा.

अन्नाद्रमुक के विरोधी धड़ों के बीच पार्टी के चुनाव चिह्न पर दावे को लेकर बुधवार सुबह सुनवाई हुई. दोनों पक्षों ने चुनाव आयोग के समक्ष अपने विचार रखने के लिए शीर्ष वकीलों को नियुक्त किया था. शशिकला धड़े का प्रतिनिधित्व दो पूर्व कानून मंत्री और एक पूर्व अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल एम वीरप्पा मोईली, सलमान खुर्शीद और मोहन पाराशरण ने किया. पन्नीरसेल्वम धड़े का प्रतिनिधित्व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील सीएस वैद्यनाथन, एस कृष्णकुमार और बी श्रीनिवासन ने किया.

Advertisement

सुनवाई के दौरान पन्नीरसेल्वम धड़े ने शशिकला को पार्टी का शीर्ष पद देने पर सवाल खड़े किए और पार्टी का चुनाव चिह्न जब्त करने की मांग की. दूसरी तरफ शशिकला खेमे ने दावा किया कि उनके पास पार्टी प्रतिनिधियों, विधायकों और सांसदों का बहुमत है इसलिए पन्नीरसेल्वम खेमे का कोई मूल्य नहीं है. आखिर में इसे पन्नीरसेल्वम खेमे की जीत कहा जा सकता है.

आयोग का कहना है कि कुछ घंटों में इतने ज्यादा पेज और दलीलों को पढ़ना और उनके तथ्यों की जांच नहीं की जा सकती. पड़ताल करने के लिए वक्त चाहिए. जबकि तमिलनाडु की डॉ राधाकृष्णन नगर सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 23 मार्च है. इस सीट पर 12 अप्रैल को चुनाव है. आयोग ने दोनों धड़ों से अपने अपने नाम और फ्री सिंबॉल लिस्ट से चिह्न तय कर 23 मार्च सवेरे 10 बजे तक बताने को कहा है. आयोग फौरन उन्हें मान्यता दे देगा. ताकि चुनाव प्रक्रिया पर पार्टी में विवाद का कोई असर ना पड़े.

Advertisement
Advertisement