निवर्तमान वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि वह गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के इच्छुक नहीं थे लेकिन उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की बागडोर योग्य हाथों में रहेगी क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मंत्रालय का प्रभार अपने हाथों में रखा है.
चिदंबरम ने यह भी कहा कि उनकों पार्टी की ओर से गृह मंत्रालय संभालने का निर्देश मिला है. उन्होंने कहा कि भारतीय आर्थिक विकास दर संतोषजनक रहेगी ओर महंगाई में कमी आएगी. गृह मंत्रालय संभालने जा रहे पी चिदंबरम में सोमवार को कहा कि यह वर्ष उकने करियर का सबसे अधिक घटनापूर्ण समय रहा.
वित्त मंत्री के रूप में अपने अंतिम संवाददाता सम्मेलन में चिदंबरम ने कहा 'यदि मैं यह कहूं कि मैं गृहमंत्री की जिम्मेदारी संभालने का इच्छुक नहीं था तो यह ईमानदारी नहीं होगी. लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी नेताओं द्वारा ही लिया जाता है.' चिदंबरम ने कहा कि पिछले चार वर्षों से जारी संतोषजनक आर्थिक विकास दर के बाद मैं इस वर्ष किसी विशेष घटना की आशा नहीं कर रहा था. परंतु यह मेरे जीवन के सबसे घटनापूर्ण वर्ष में बदल गया.
उन्होंने कहा कि पहले चार महीनों में महंगाई, खाद्यान्नों और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई. अगले चार महीने वैश्विक आर्थिक संकट का गवाह बने. पिछले चार महीने तो और घटनापूर्ण थे. चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री पहले वित्त मंत्री, रिजर्व बैंक के गवर्नर और योजना आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और वह वित्त मंत्रालय को देखेंगे. वह आर्थिक विकास दर को कायम रखने में सक्षम हैं.