तमिलनाडु के गुटखा घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने मामले में 246 करोड़ की संपत्ति जब्त की है. ईडी ने ये संपत्ति तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में जब्त की है. मामले में 2.29 करोड़ की गाड़ी भी जब्त की गई है.
असल में 8 जुलाई 2017 को गुटखा स्कैम के बारे में पता लगा था. उस दौरान इनकम टैक्स विभाग ने तमिलनाडु में लगातार कई जगह छापे मारे थे. दरअसल, 2013 में तमिलनाडु सरकार ने गुटखा, तंबाकू और पान मसाले के बनाने, रखने और बेचने पर प्रतिबंध लगा दिए थे.
गुटखा घोटाले के तहत प्रतिबंध होने के बाद भी अवैध कारोबार को बढ़ावा दिया गया. इसके लिए अधिकारियों ने घूस लिए. एक कारोबारी के घर छापे में मिली डायरी से कई मंत्रियों और अधिकारियों के नाम सामने आए.
बता दें कि 5 सितंबर 2018 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तमिलनाडु में करोड़ो रुपये के गुटखा घोटाले के मामले में 40 जगहों पर छापेमारी की थी. उस दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी.के. राजेंद्रन संदिग्ध बताए गए थे.
चेन्नई में सीबीआई के अधिकारियों ने 30 जगहों पर छापेमारी की थी. इससे पहले 8 जुलाई, 2017 को आयकर अधिकारियों द्वारा तमिलनाडु में एक पान मसाला और गुटखा निमार्ता पर छापा मारे जाने के बाद यह घोटाला सामने आया था, जो 250 करोड़ रुपये के कर चोरी के आरोपों का सामना कर रहा था. 2013 में तमिलनाडु सरकार ने गुटखा और पान मसाला और तंबाकू जैसे उत्पादों के निर्माण, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था.