देश की राजधानी दिल्ली दुनिया में नशे के काले कारोबार का सबसे बड़ा अड्डा बनती जा रही है. दस मुल्को की सबसे बड़ी जांच में ये खुलासा हुआ है कि दुनिया के बड़े से बड़े ड्रग्स सिंडिकेट्स दिल्ली और पंजाब के हवाला कारोबारियों के जरिए अरबों रुपये का लेन-देन कर रहे हैं. कालाधन: पुन: मूषको भव
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की जांच से साबित हुआ है कि दिल्ली और पंजाब के हवाला कारोबारी दुनिया के सबसे बड़े ड्रग्स सिडिंकेट के लिए मनी लॉड्रिंग कर रहे हैं. पिछले दो साल में यहां से 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम हवाला के जरिए कोलंबिया, मैक्सिको, हॉन्गकॉन्ग और ऑस्ट्रेलिया के बड़े ड्रग्स सिंडिकेट को भेजी गई. इस मामले मे अब तक तीन भारतीयों की गिरफ्तारी ईडी ने की है और तकरीबन दर्जन भर पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है. ड्रग्स की अब तक की सबसे बड़ी जांच में ईडी, लंदन की स्कॉटलैंड यार्ड, ऑस्ट्रेलिया की फेडरल पुलिस, अमेरिका की ड्रग्स इंफोर्समेंट पुलिस और हॉन्गकॉन्ग की खुफिया एजेंसी की मदद ले रही है.
कुछ दिन पहले तक यह धंधा चल रहा था नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी पर पहाड़गंज के नेहरु बाजार से. यहां जय दुर्गा फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की मनी एक्सचेंज कंपनी चल रही थी. ईडी की जांच के मुताबिक दिल्ली का हवाला कारोबारी गौरव गुप्ता यह कंपनी चला रहा था. गौरव गुप्ता के तार पंजाब से लेकर हॉन्गकॉन्ग और ऑस्ट्रेलिया में बैठे अप्रवासी भारतीयों यानी एनआरआई से जुड़े थे जो दुनिया के कुछ बड़े ड्रग्स सिंडिकेट्स मोहरे थे.
जांच में सामने आए तथ्य
1. जांच के मुताबिक गौरव गुप्ता मेलबर्न में बैठे इटैलियन माफिया के लिए हवाला के जरिए दिल्ली से हॉन्गकॉन्ग और दुबई पैसे में भेज रहा था.
2. ईडी के मुताबिक़ सितंबर 2013 से सिंतबर 2014 तक गौरव गुप्ता ने 365 करोड़ रुपये का काला धन हवाला के जरिए इटेलियन ड्रग माफिया पेस्कुल बारबारो को मुहैया कराया.
3. ड्रग माफिया बारबारो ने कोलंबिया के एक गिरोह से 150 किलो कोकेन की डील की थी. ये डील 1500 करोड़ रुपये की थी. जिसमे 365 करोड़ रुपये का हवाला गुप्ता का जरिए.
काला धन और ड्रग्स कारोबार की इस सबसे बड़ी जांच की अहम कड़ी अमृतसर का एक आलीशान बंगला है. इस बंगले को एक हफ्ता पहले ही ईडी के अफ़सरों ने सील किया है. इस बंगले में अंतर्राष्ट्रीय हवाला ऑपरेटर गगनदीप सिंह और परमदीप सिंह रहते थे. ये दोनों भाई दक्षिण अमेरिका से लेकर हॉन्गकॉन्ग तक के बड़े ड्रग्स सिडिंकेट के मनी एजेंट्स थे.
जांच में पता चला
1. ईडी की जांच के मुताबिक़ परमदीप सिंह ने राजा एंड कंपनी फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हवाला के धंधे में पांव जमाए थे.
2. परमदीप ने अरबों रुपये की ड्रग्स मनी को ठिकाने लगाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में बिलियन ट्रेंड फॉरेक्स प्रा. लि. और हॉन्गकॉन्ग में एवीएस ट्रेडिंग नाम की कंपनी खोली.
3. परमदीप ने ऑस्ट्रेलिया में अपने एजेंट मंदीप सिंह को तैनात किया और वहां पर त्रिपत एंटरप्राइजेस के नाम से एक और कंपनी खुलवा दी.
4. परमदीप ने संजीव सैनी नाम के एक और एजेंट को ऑस्ट्रेलिया में तैनात किया. सैनी ने हवाला के लेन देने के लिए वहां एसके ट्रेडिंग एनएसडब्ल्यू प्रा. लि. नाम की कंपनी खोल दी.
ईडी की जांच के मुताबिक, परमदीप ने कई मिलियन डॉलर की रकम हॉन्गकॉन्ग के इन दो बैंकों में जमा कराई. ये बैंक थे, सेंट्रल हॉन्ग कॉन्ग के क्वींस रोड पर HSBC बैंक और यहां से थोड़ी दूर पर स्थित हेंग सेंग बैंक. सूत्रों के मुताबिक, इन दोनो बैंक से तकरीबन 10 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर यानी 53 करोड़ रुपये ड्रग माफिया को मुहैया कराए गए.
ईडी की देश में नशे के काले कारोबार की अब तक की सबसे बड़ी जांच के तार अमेरिका और यूरोप से भी जुड़े हैं. आने वाले दिनों में कुछ और बड़े चेहरे जिसमे कई भारतीय भी शामिल हैं, बेनकाब होंगे.
- इनपुट अक्षय सिंह