प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर भाइयों मलविंदर मोहन सिंह (45) और शिविंदर मोहन सिंह (43) के ठिकानों पर छापे मारे. ईडी के अधिकारियों ने कहा कि दोनों प्रमोटरों के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उन पर ये कार्रवाई की गई है. दोनों पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं.
बता दें कि रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड ने दिसंबर-2018 में मलविंदर और शिविंदर के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से कंप्लेंट की थी. इसके बाद मई 2019 में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. दोनों पर 740 करोड़ रुपए के फ्रॉड के आरोप हैं. इस मामले में संज्ञान लेते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.Delhi: Enforcement Directorate (ED) is conducting raids at residences of Former Ranbaxy CEO Malvinder Mohan Singh and Shivinder Mohan Singh. pic.twitter.com/6kpMUMUf4K
— ANI (@ANI) August 1, 2019
बता दें कि यह मामला रैनबैक्सी और जापानी फार्मा डायची सैंक्यो के बीच का है. दोनों कंपनियों के बीच विवादित मामले का निपटारा करते हुए सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत ने रैनबैक्सी को आदेश दिया था कि वह डायची सैंक्यो को 3,500 करोड़ रुपये अदा करे. लेकिन रैनबैक्सी ने यह रकम नहीं चुकाई. इसके बाद डायची सैंक्यो ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इसमें मांग की है कि रैनबैक्सी को सिंगापुर मध्यस्थता अदालत का आदेश मानने का निर्देश दिया जाए.