प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह को कथित तौर पर विदेशी विनियमन नियमों का उल्लंघन करने और कर रहित विदेशी संपत्ति रखने के आरोप में चल रही जांच के सिलसिले में समन किया है.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रणइंदर को एजेंसी ने अपने चंडीगढ़ कार्यालय में समन किया है, जहां उनसे धन को कथित रूप से स्विट्जरलैंड भेजने और ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में एक ट्रस्ट और कुछ सहयोगी कंपनियां बनाने के बारे में पूछताछ की जाएगी.
पंजाब की अदालत में चल रहा मामला
इन मामलों की पहले जांच आयकर विभाग कर चुका है और इस मामले में पंजाब की अदालत में मामला चल रहा है. मामले की अगली सुनवाई 26 जुलाई को होने वाली है. रणइंदर ने संपर्क करने पर कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और वह इस मुद्दे पर सहयोग करने को इच्छुक हैं.
उन्होंने कहा, ‘इसकी जांच आयकर अधिकारी कर रहे हैं. हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और हम पूरी तरह से प्रवर्तन निदेशालय से सहयोग करेंगे.’
विदेशों में खाते होने की जानकारी
मामला तब प्रकाश में आया, जब आयकर विभाग को रणइंदर के बारे में जानकारी मिली कि विदेशों में कथित तौर पर उनके खाते हैं. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को 2011 में उसके फ्रांसीसी समकक्ष से इस सिलसिले में कुछ ब्यौरा हासिल हुआ था. सूत्रों ने कहा कि ईडी के जांचकर्ताओं ने इस बारे में आवश्यक दस्तावेज कर विभाग और आरबीआई से एकत्रित किए और उन्हें ‘विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून के उल्लंघन’ का संदेह हुआ और इसलिए उन्हें जांच के लिए बुलाया गया.
रणइंदर और उनके पिता अमरिंदर सिंह लोकसभा के सदस्य हैं और दोनों ने किसी प्रकार के गलत कार्य से इंकार किया है और अपने खिलाफ आरोपों को गलत बताया है.