भारत और चीन के बीच गुरुवार को सीमा विवाद पर 18वें दौर की बैठक होने वाली है. 'वर्किंग मेकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोऑर्डिनेशन' (डब्ल्यूएमसीसी) की बैठक में दोनों देश लद्दाख में जारी विवाद पर विस्तार से बात करेंगे. लद्दाख के सीमाई इलाके में जारी दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर यह बैठक होने जा रही है. भारत चाहता है कि लद्दाख के पैंगोंग सो इलाके से चीन अपनी फौज हटाए.
सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि दोनों देशों के बीच गुरुवार, 20 अगस्त को राजनयिक स्तर की वार्ता होगी. कोरोना महामारी को देखते हुए यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी. भारत की ओर से विदेश मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी (ईस्ट एशिया) नवीन श्रीवास्तव शिरकत करेंगे. चीन की ओर से विदेश मंत्रालय में सीमा विभाग के महानिदेशक हिस्सा लेंगे.
लद्दाख के फिंगर इलाके में कई महीनों से चीन की सेना जमी हुई है. इसे लेकर भारत की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई है. लिहाजा दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे के सामने डटी हैं. इस तनाव को कम करने के लिए पिछले कुछ महीनों में कई दौर की वार्ता हो चुकी है. फिंगर एरिया, देप्सांग और गोर्गा इलाके में तनाव बना हुआ है जबकि इसे खत्म करने के लिए कई दौर की सैन्य और राजनयिक वार्ता हो चुकी है. पूर्वी लद्दाख में पूर्व स्थिति बहाल करने के लिए भारत की ओर से कोशिशें जारी हैं.
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इससे पहले 24 जुलाई को (डब्ल्यूएमसीसी) की बैठक हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने स्थिति की समीक्षा की थी. दोनों देशों के अधिकारियों ने एलएसी के हालातों पर विस्तार से बात की थी. भारत का कहना है कि चीन द्विपक्षीय समझौते का सम्मान करते हुए एलएसी पर पूर्व स्थिति बहाल करे और सरहद पर जारी तनाव को खत्म कर शांति कायम करे. इससे पहले दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की 5 बार वार्ता हो चुकी है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है.