जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को नरेंद्र मोदी पर उनके इस बयान को लेकर पलटवार किया कि राज्य में महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त नहीं है और कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है या फिर वह झूठ बोल रहे हैं.
बीजेपी के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी की जम्मू रैली के बाद उमर ने ट्विटर पर लिखा, ‘उन्होंने एक ऐसी बात के लिए बड़ी आसानी से मेरा और मेरी बहन का उदाहरण दे डाला, जिसका सच्चाई से कोई लेना देना है ही नहीं. वह झूठ बोल रहे हैं या फिर जानकारी नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘और अंतत: महिलाएं अन्य राज्य के निवासियों से शादी कर अपना स्थानीय निवास अधिकार नहीं गंवाती हैं जैसा कि इस मुद्दे पर प्रचार चल रहा है.’ उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया कि (पता नहीं) मोदी वाकई संविधान के अनुच्छेद 370 से वाकिफ हैं भी या नहीं, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता है.
उमर ने कहा, ‘मैं उन्हें और उनके किसी भी मातहत को अनुच्छेद 370 को शब्दश: रखने की चुनौती देता हूं जो जम्मू-कश्मीर के राज्य संबंधी मामले तय किए गए हैं.’ इससे पहले मोदी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में पुरुषों की भांति महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त नहीं हैं और उन्होंने इसके लिए उमर और उनकी बहन सारा का राज्य से बाहर शादी करने का उदाहरण दिया.
उमर ने यह भी कहा कि मोदी को बेहद ही अधूरी जानकारी है या फिर वह सच्चाई बताने में कंजूसी कर जाते हैं. उन्होंने मोदी के इस बयान का भी खंडन किया कि राज्य में कम पर्यटक आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मोदीजी, पर्यटन की हालत खस्ता नहीं है और हमारे पर्यटक हिमाचल प्रदेश नहीं जा रहे. यह बात बिल्कुल उल्टी है, लेकिन तथ्यों से आपको क्या?’ उमर ने कहा, ‘पिछले साल 14 लाख पर्यटक आए थे और इस बार घाटी में ही 10 लाख से अधिक पर्यटक आए. मोदीजी को भाषण से पहले तथ्यों की परख कर लेने की जरूरत है.’ उन्होंने मोदी की रैली में 45000 लोगों के भाग लेने के बीजेपी के दावे का भी खंडन किया.
इससे पहले मोदी की रैली के सुरक्षा इंतजाम की समीक्षा करने के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर था कि उन्हें लोगों की संख्या जानने की उत्सकुता है.