उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा किसी भी दिन हो सकती है, बस इसमें रोड़ा है तो दो राज्यों के शिक्षा बोर्डों के इम्तिहान. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश और मणिपुर से अभी तक परीक्षा कार्यक्रम नहीं आया है. जिसके कारण चुनाव आयोग की तरफ से अपनी ओर से तैयारियां मुकम्मल कर लेने के बावजूद राज्यों की ओर से समुचित जवाब का इंतज़ार करना पड़ रहा है. चुनावी कार्यक्रम को लेकर हो रही के पीछे तीन मुख्य बिंदुओं का होना है -
पहला बिंदु - अभी गृह मंत्रालय से अर्धसैनिक बलों की तैनाती पर बातचीत अंतिम दौर में है, इस बाबत गृह सचिव चुनाव आयोग की मांग और निर्देश पर अंतिम मंजूरी देकर आयोग को सूचित करेंगे.
दूसरा बिंदु - मणिपुर के आंतरिक हालात और शांति पर अभी नज़र रखी जा रही है, जिसके कारण ऐलान में देरी है.
तीसरा बिंदु - चुनावों की तारीखों के ऐलान में देरी का मुख्य कारण है दो राज्यों की शिक्षा बोर्ड की परीक्षा, जिसे लेकर लगातार असमंजय बना हुआ है.
इन तीन बिंदुओं पर समाधान होते ही अंतिम विचार के बाद कभी भी चुनावों की घोषणा की जा सकती है, उम्मीद की जा रही है कि तारीखों का ऐलान अगले हफ्ते होगा.