देश में एक साथ चुनाव कराने की चर्चा के बीच आज चुनाव आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. चुनाव आयोग ने इस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की. बैठक के दौरान ईवीएम का मुद्दा कई राजनीतिक दलों ने उठाया.
कांग्रेस ने मांग करते हुए कहा कि चुनाव में करीब 30 फीसदी वीवीपैट का इस्तेमाल हो, जबकि AAP ने 20 फीसदी की मांग रखी. इसके अलावा कांग्रेस की मांग है कि स्क्रीन पर वोटिंग के बाद विजिबिलिटी बढ़ाई जाए.
कांग्रेस ने कहा कि चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए, हालांकि कई दलों ने कहा कि क्योंकि चुनाव में सिर्फ 6 महीने का वक्त बचा है इसलिए इसकी संभावना कम ही है. साफ है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस बैठक में अकेली पड़ती नज़र आई.
मीटिंग के मुद्दों में मतदाता सूची को ज़्यादा पारदर्शी, अचूक, उपयोगी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के साथ ही राजनीतिक दलों के संगठन और चुनावी उम्मीदवारी में महिलाओं की नुमाइंदगी, भागीदारी और ज़्यादा अवसर देने के उपाय करना भी शामिल हैं.
कांग्रेस पार्टी इस बैठक में चुनाव आयोग को कई सुझाव दे सकती है. कांग्रेस की ओर से अपील की जा सकती है कि चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से होने चाहिए. कैराना में उपचुनाव के दौरान गर्मी से मशीनें खराब हुई थीं, ऐसा नहीं होना चाहिए.
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी इसको लेकर कई तरह की सलाह भी दे सकती है. मसलन, अधिक से अधिक वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाए. वहीं वोटिंग मशीन में वोट देने का वक़्त 7 की बजाय 10 सेकंड या और ज़्यादा होना चाहिए.
निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता के मुताबिक, मीटिंग में मुख्य चुनाव आयुक्त ओमप्रकाश रावत सहित अन्य दोनों आयुक्त और आयोग का पूरा अमला मौजूद है.
#Delhi: All party meeting called by Election Commission to begin shortly pic.twitter.com/3UWYOugXCC
— ANI (@ANI) August 27, 2018
चाणक्यपुरी के प्रवासी भारतीय भवन में चल रही मीटिंग में सभी सात राष्ट्रीय दलों के साथ 51 क्षेत्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों के नुमाइंदे भाग ले रहे हैं.
चुनाव आयोग के प्रवक्ता के मुताबिक प्रवासी भारतीयों, वोटिंग के रोज़ अपने क्षेत्र में अनुपस्थित मतदाता को मतदान का विकल्प देने के उपाय ढूंढने पर भी चर्चा होगी.
Ahead of the all party meeting called by the Election Commission later today,Congress has once again appealed to EC that the next Lok Sabha polls be held on ballot paper: Sources pic.twitter.com/ahPEMiNxzy
— ANI (@ANI) August 27, 2018
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी लगातार देश में एक देश-एक चुनाव कराने की वकालत करती आई है, हालांकि कांग्रेस ने इसका विरोध किया है. कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग में कहा गया है कि देश में एक साथ चुनाव कराना संघवाद के खिलाफ होगा.