scorecardresearch
 

EVM में गड़बड़ी पर चुनाव आयोग सख्त, कंपनियों को लिखी चिट्ठी

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संगठन के चुनाव में मतगणना के  दौरान ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी का मामला सामने आया था.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

Advertisement

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संगठन (डूसू) चुनाव में मतगणना के दौरान ईवीएम ने जो किरकिरी कराई उसे चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग ने इस बाबत ईवीएम बनाने वाली कंपनियों को चिट्ठी लिखी है. जिन कंपनियों को चिट्ठी लिखी गई है वो भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रोनिक कारपोरेशन ऑफ इंडिया हैं. इन कंपनियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

आयोग के अंडर सेक्रेटरी के दफ्तर से भेजी गई चिट्ठी में आयोग ने दोनों निर्माता कंपनियों को सख्त हिदायत दी है कि निर्वाचन आयोग और राज्य चुनाव आयोग के लिए बनाई जाने वाली मशीनों के मॉडल, रंग और अन्य डिजायन बिल्कुल अलग होने चाहिए. डूसू जैसे अन्य किसी भी संस्थान के लिए बनाई जाने वाली मशीनों का आकार, डिजायन, रंग और तकनीक में फर्क होना जरूरी है, ताकि सबको अहसास रहे कि कौन सी मशीन किसकी है. यानी किसी तरह के घालमेल या कन्फ्यूजन की कोई गुंजाइश ना रहे.

Advertisement

सीलिंग प्रोसेस भी अलग हों

इतना ही नहीं, ये भी कहा गया है कि आयोग के लिए बनाई जाने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और अन्य राज्यों के निर्वाचन आयोग की मशीनों के सीलिंग प्रोसेस भी अलग हों. आयोग ने ये भी कहा है कि ईवीएम के कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट के कनेक्टर ऐसे बनाए जाएं जो किसी और मशीन के साथ कभी भी और किसी भी तरह फिट ना हो सकें. यानि जो कनेक्टर जिसके लिए बनाया जाए उसी के लिए फिट हो.

आयोग ने दोनों कंपनियों को ये भी ताकीद की है कि हमारी इजाजत के बगैर किसी संस्था को ईवीएम की सप्लाई ना हो. किसी और संस्थान के ऑर्डर की सप्लाई के चक्कर में निर्वाचन आयोग की मशीनों की सप्लाई पर कोई असर नहीं होना चाहिए. यानि निर्वाचन आयोग और राज्यों के निर्वाचन आयोग कंपनियों की सर्वोच्च प्राथमिकता में हमेशा रहें. गौरतलब है कि  ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी होने पर डूसू की मतगणना कुछ घंटों के लिए रोक दी गई थी और विभिन्न छात्र संगठनों ने हंगामा किया था.

Advertisement
Advertisement