कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया. कर्नाटक की 224 सीटों पर 10 मई को एक चरण में मतदान होगा. जबकि 13 मई को नतीजे आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी. तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. कर्नाटक में 24 मई को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. यहां पिछली बार मई 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, कांग्रेस ने 80 और JDS ने 37 सीटें जीती थीं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की अहम तारीखें
नोटिफिकेशन की तारीख- 13 अप्रैल
नामांकन की आखिरी तारीख- 20 अप्रैल
नामांकन की स्क्रूटनी- 21 अप्रैल
नामांकन वापस लेने की तारीख- 24 अप्रैल
मतदान- 10 मई
नतीजे- 13 मई
कर्नाटक विधानसभा चुनाव: 10 मई को मतदान, 13 को नतीजे
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातें-
- राज्य में कुल 5,21,73,579 वोटर हैं.
- कर्नाटक में 9.17 लाख नए वोटर जुड़े हैं
- 100 से ज्यादा उम्र के 16 हजार से ज्यादा मतदाता
- 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटर घर से वोट कर सकेंगेू
- 1 अप्रैल को जिनकी उम्र 18 साल हो रही है, वे भी वोट कर सकेंगे
- 224 ऐसे बूथ बनाए गए हैं, जिनमें यूथ कर्मचारी तैनात रहेंगे
- 100 बूथों पर दिव्यांग कर्मचारी तैनात रहेंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 24 मई को कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. इससे पहले चुनावी प्रक्रिया खत्म होगी. चुनाव आयोग का लक्ष्य निष्पक्ष चुनाव कराना है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार.
कुल सीटें: 224, बहुमत- 113
पार्टी | मौजूदा स्थिति | 2018 के नतीजे | 2013 के नतीजे |
बीजेपी | 117 | 104 | 40 |
कांग्रेस | 69 | 80 | 122 |
जेडीएस | 32 | 37 | 40 |
अन्य | 6 | 3 | 22 |
कर्नाटक में पिछले 5 साल सियासी तौर पर काफी उथल पुथल रही. 5 साल में तीन बार राज्य में सीएम बदले सबसे पहले कुमार स्वामी ने 23 मई 2018 को सीएम पद की शपथ ली. वे 23 जुलाई 2019 तक सीएम रहे. इसके बाद येदियुरप्पा 26 जुलाई 2019 से 28 जुलाई 2021 तक सीएम रहे. येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद 28 जुलाई 2021 को बसवराज मुख्यमंत्री बने. वे राज्य के मौजूद सीएम हैं.
- *बीजेपी के कुल 118 विधायक हैं, इनमें एक स्पीकर है.
- *2 सीटें रिक्त हैं
कर्नाटक को भौगोलिक तौर पर छह इलाकों में बांटकर वहां की सियासी तस्वीर पढ़ी जा सकती है. राज्य में हर इलाके का चुनावी मूड अलग होता है और उनके सियासी आग्रह और रुझान भी अलग होते रहे हैं. इन इलाकों में जातियों और समुदायों का वर्चस्व है. कर्नाटक में कुल 224 सीटें है, लेकिन राज्य को मुख्य रुप से 6 भागों में बंटा हुआ है. आंध्र प्रदेश से सीमाएं जुड़ने वाला क्षेत्र हैदराबाद कर्नाटक तो महाराष्ट्र से लगे इस क्षेत्र को मुंबई कर्नाटक कहा जाता है. हैदराबाद कर्नाटक में 40 सीटें आती हैं तो मुंबई कर्नाटक में 44, तटीय क्षेत्र 19 सीटें, ओल्ड मैसूर में 66 सीट, सेंट्रल कर्नाटक में 27 सीट और बैंगलोर क्षेत्र में 28 सीट हैं.
कर्नाटक का सियासी मिजाज: जानिए 224 सीटों की केमिस्ट्री और जियोग्राफी
2018 में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. ऐसे में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी. जेडीएस नेता कुमारस्वामी गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री बने थे. लेकिन करीब 14 महीने बाद कई कांग्रेसी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी के साथ आ गए थे. इससे कुमारस्वामी सरकार गिर गई थी. इसके बाद बीजेपी ने बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाई थी. हालांकि, दो साल बाद येदियुरप्पा ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद बसवराज बोम्मई राज्य के सीएम बने.
2018 में किसे कितना मिला था वोट?
कुल सीटें: 224, बहुमत- 123
पार्टी | सीटें | वोट% |
बीजेपी | 104 | 36.35 |
कांग्रेस | 80 | 38.14 |
जेडीएस | 37 | 18.3 |
कर्नाटक में 24 मई को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. यहां पिछली बार मई 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, कांग्रेस ने 80 और जदयू ने 37 सीटें जीती थीं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. जहां बीजेपी दक्षिण भारत में अपने इकलौते दुर्ग को बचाए रखने की जद्दोजहद में जुटी है तो कांग्रेस मिशन-साउथ के तहत कर्नाटक की सत्ता में वापसी के लिए बेताब है. जेडीएस एक बार फिर से किंगमेकर बनने के लिए हाथ-पैर मार रही है. कर्नाटक के चुनाव पर सिर्फ राज्य के लोगों की ही नहीं बल्कि देश भर की निगाहें हैं.