बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी को लेकर बीजेपी और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की ओर से निशाने पर आई दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इस वृद्धि को उचित ठहराने का प्रयास किया और कहा कि 24 घंटे बिजली की आपूर्ति किये जाने की वजह से बिजली के बिल में बढ़ोत्तरी हुई है.
बिल नहीं भर सकते, मत करो बिजली इस्तेमाल: शीला दीक्षित
शीला ने बल्लीमारान इलाके में एक सड़क का उद्घाटन करते हुये कहा, ‘लोग आपको यह कहकर भड़काने की कोशिश करेंगे कि ये बिल बढ़े हुये हैं. लेकिन मैं आपसे कहूंगी कि कोई आठ घंटे की आपूर्ति वाले बिल की तुलना 24 घंटे बिजली आपूर्ति वाले बिल से नहीं कर सकता है.’
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने शीला दीक्षित ने कहा था कि लोग अगर बिजली की ऊंची दरों का भुगतान नहीं कर सकते हैं तो उन्हें अपने इलेक्ट्रानिक सामानों पर होने वाली बिजली की खपत को कम कर देना चाहिये. उनकी इस सलाह की लोगों ने कड़ी आलोचना की थी.
बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी पर हो रही आलोचना को खारिज करते हुये शीला ने कहा कि उनकी सरकार ने शहर में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की है जहां पहले अक्सर आठ से नौ घंटे की बिजली कटौती होती थी.
शीला ने कहा, ‘यहां ऐसे बहुत से युवा हैं जो यह नहीं जानते कि दिल्ली में पहले अक्सर आठ से नौ घंटे की बिजली कटौती होती थी. हमने समस्या को दुरूस्त करने का फैसला किया और हम दिल्लीवासियों को 24 घंटे बिजली मुहैया कराकर, इसमें सफल हुये हैं.’
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में बिजली की दरों में 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई थी और इसके बाद पिछले साल फरवरी महीने में इसमें पांच प्रतिशत की वृद्धि की गई. गत वर्ष मई महीने में दर में दो फीसद की वृद्धि हुई और जुलाई में घरेलू उपभोक्ताओं के लिये बिजली की दरों में 26 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई. पिछले महीने भी दर में तीन प्रतिशत की वृद्धि की गई है. दिल्ली बिजली नियामक आयोग एक बार फिर से दरों में बढ़ोत्तरी पर विचार कर रहा है.
उधर ‘आप’ के नेता अरविंद केजरीवाल बिजली और पानी के ‘बढ़े हुये’ बिलों के विरोध में पिछले सात दिनों से अनशन कर रहे हैं. वह लोगों से बिलों का भुगतान नहीं करने के लिये कह रहे हैं. दिल्ली बीजेपी ने भी शीला दीक्षित के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के ‘आदेश’ पर शहर में बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी की जा रही है.