सरकार ने बुधवार को कहा कि केंद्र को इस बात के प्रमाण मिले हैं कि पाकिस्तान स्थित कुछ तत्व कश्मीर में अलगाववादी ताकतों के माध्यम से आम जनता को भारत के खिलाफ भड़काते रहे हैं.
गृह राज्य मंत्री अजय माकन ने शिवानंद तिवारी और रविशंकर प्रसाद के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि सरकार को इस बात की जानकारी है कि पाकिस्तान भारत विरोधी तत्व कश्मीर में अलगाववादी समूहों के कुछ वर्गों की मदद से कश्मीर की जनभावना को विभिन्न प्रलोभनों के जरिए भड़काते हैं.
उन्होंने बताया कि 2009 में कश्मीर में 50 हजार रुपए के चेक और 76,84,600 रुपए जब्त किए गए जिन्हें हवाला के जरिए लाया जा रहा था. इस दौरान बड़ी संख्या में हथियार एवं विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं. माकन ने प्रभात झा के एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में बताया कि 2010 के पहले छह महीनों में जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के 255 प्रयास किए गए जबकि 2009 में इसी अवधि के दौरान 119 प्रयास किए गए थे. उन्होंने कहा कि सरकार ने घुसपैठ को रोकने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया है.
राज्य सरकार और केंद्र द्वारा विभिन्न स्तरों पर घुसपैठ रोधी प्रयासों की आवधिक समीक्षा की जाती है. अजय माकन ने अमर सिंह के एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि जम्मू-कश्मीर में हाल में हुए उपद्रव के दौरान एक जून से 22 जुलाई तक 17 लोगों की मौत हो गयी जबकि 103 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
उन्होंने मोहन सिंह के एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि ऐसी खबरें मिली हैं कि हालिया गड़बड़ी के दौरान आतंकवादी संगठनों के सदस्य, विरोध कर रहे लोगों और पत्थर फेंकने वालों में घुल मिल गए हैं.