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प्रदूषण के लिए दूसरे राज्यों पर आरोप लगाना गलत, सबको करना होगा काम: अनिल दवे

दिल्ली मेट्रो सिटी है, दिल्ली भारत की राजधानी है. देश और दुनिया के अंदर इसकी छवि को बनाए रखना जरूरी है. सनसनी फैलाकर हम कोई निजी तत्कालिक काम तो कर सकते हैं।

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अनिल माधव दवे
अनिल माधव दवे

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दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से छाई जानलेवा धुंध पर आजतक से बात करते हुए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर सभी सम्बंधित विभागों को निर्देश दे दिया गया है, सभी विभाग मिलकर प्रयास कर रहे हैं. दिल्ली में फैला प्रदूषण पिछले एक साल से जो काम नहीं हुआ है उसका परिणाम है, अब सभी काम कर रहे है जल्द हालात काबू में होंगे.

क्या एक्शन लेनें में देरी हो गई इस सवाल पर बोलते हुए दवे बोले हमने 2015 में एडवाइजरी जारी कर दी थी, उसके बाद से ही लगातार बैठकें चल रही है. लेकिन यह समय आरोप-प्रत्यारोपों के दौर से बाहर आ कर के सबसे पहले हम सभी को मिलकर दिल्ली का वातावरण ठीक करना होगा.

देश की राजधानी का ध्यान रखना जरूरी
अनिल दवे ने कहा कि दिल्ली मेट्रो सिटी है, दिल्ली भारत की राजधानी है. देश और दुनिया के अंदर इसकी छवि को बनाए रखना जरूरी है. सनसनी फैलाकर हम कोई निजी तत्कालिक काम तो कर सकते हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली की छवि को ठीक रखने की जरूरत है. बच्चे, बूढ़े, बीमार महिलाएं इन सब को जो कष्ट हो रहा है उसको दूर करने का काम राज्य सरकार को करना चाहिए और राज्य सरकार करेगी यह मेरा भरोसा है.

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दूसरे राज्यों को कोसना गलत
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के पड़ोसी राज्यों से आ रहे भूसे के धुएं को प्रदूषण का मुख्य कारण कहने पर अनिल माधव बोले कि यह मुख्य कारण तो नहीं पर कारणों में से एक कारण है। इससे सिर्फ 20% ही प्रदूषण फैलता है. मुख्य कारण दिल्ली में चल रहे वाहन और जल रहा सूखा कचरा ही है, अपनी गलतियों के लिए अपनी नाकामियों के लिए दूसरों को आरोप लगाना जवाबदेही नहीं बनाना चाहिए. अगर हम डायग्नोज गलत करेंगे तो दवा भी गलत हो जाएगी.

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