गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी वाकपटुता के लिए जाने जाते हैं. देश और दुनिया में उनके मुरीदों की कमी नहीं है. उनके चाहने वाले तो उन्हें देश का अगला प्रधानमंत्री भी बताते हैं. लेकिन मोदी जब बोलते हैं तो फिर उनके सामने कोई नहीं ठहरता.
इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में घिरे मोदी ने आईपीएल मामले में उनके चुप रहने पर सवाल खड़े करने वालों को करारा जवाब देते हुए कहा है कि मेरा तो मौन भी बिकता है. उन्होंने कहा, जब आईपीएल विवाद चल रहा था तो हर कोई यही बोलता था कि मोदी मौन क्यों हैं?
मोदी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘मेरी जिन्दंगी कि यह सोच है, कभी कुछ बनने के सपने मत देखो, अगर सपने देखने हैं तो कुछ करने के सपने देखो. कुछ करने के सपने देखते हो और मंजिल से दूर रह जाते हो, अफसोस होता है, लेकिन जब कुछ करने के सपने देखते हो तो कुछ बनते भी हो.
मोदी ने कहा, गुजरात एक ऐसा राज्य है जिसका दिल्ली की सरकार बराबर हिसाब लेती है. आज दिल्ली की सरकार का 65-70 फीसदी नॉन डेवलपमेंट खर्च है और 30 फीसदी डेवलपमेन्ट खर्च है. ऐसे में आप ही बताएं अगर विकास के लिए कम खर्च होता है तो नौजवान को रोजगार कहां से मिलेगा? उन्होंने दावा किया कि गुजरात में 65-70 फीसदी पैसा विकास के लिये खर्च होता है.
विवेकानंद को अपना आदर्श बताने वाले नरेंद्र मोदी देश के पहले गृहमंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल के भी कायल हैं. हाल ही में उन्होंने सरदार पटेल की विशालकाय मूर्ति बनाने की इच्छा जाहिर की थी, जो अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से भी ऊंची होगी.