एक युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लोकमान्य तिलक रेलवे स्टेशन से गायब होने और बाद में उसकी लाश भांडुप में मिलने की गुत्थी अभी सुलझी ही नहीं थी कि एक सनसनीखेज आंकड़ा सामने आ गया. जीआरपी ने आंकड़े जारी किए हैं जिनके मुताबिक हर रोज एक आदमी मुंबई के रेलवे स्टेशनों से गायब हो जाता है.
यह जानकारी रेल न्यूज ने दी है. उसके मुताबिक 2013 में वहां के स्टेशनों से 365 लोग गायब हो गए. इसका मतलब यह हुआ कि वहां से हर दिन एक व्यक्ति गायब हो जाता है. इनमें से ज्यादातर छोटे बच्चे होते हैं. गायब हुए लोगों में आधे बाद में मिल गए.
पुलिस के अनुसार लोकल ट्रेनों और रेलवे परिसर से ज्यादातर लोग गायब हुए हैं. नवंबर और दिसंबर में सबसे ज्यादा लोग गायब हुए हैं. पुलिस के पास हर दिन किसी के लापता होने की शिकायत आती है.
इसके अलावा हर साल हजारों लोग रेलों की चपेट में आ जाते हैं और उनमें से कई तो ऐसे होते हैं कि उनकी पहचान भी संभव नहीं होती. ऐसे में उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती.
मुंबई में देश के कोने-कोने से लोग रोजी-रोटी की तलाश में आते हैं. उनमें से कई गायब भी हो जाते हैं. इसके अलावा मुबंई में बच्चा चुराने वाले गैंग के लोग भी बहुत हैं. वे उन्हें चुराकर भिखारी बना देते हैं.