गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के बाद अब गृह सचिव आर के सिंह ने RSS पर निशाना साधा है. गृह सचिव ने कहा कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि संदिग्ध आतंकी कभी न कभी संघ के कैंपों के साथ जुडे रहे हैं. आर के सिंह ने कहा कि सुनील जोशी, संदीप डांगे, कमल चौहान और देवेंद्र गुप्ता जैसे दस संदिग्ध हैं जिनके संघ के साथ रिश्ते रहे हैं.
शिंदे के बयान को लेकर पिछले 3 दिन से घमासान मचा हुआ है. बीजेपी ने शिंदे के बहाने पूरी कांग्रेस पार्टी पर हमलावर रुख बना रखा है. मंगलवार को एक बार फिर कांग्रेस पर बीजेपी का हमला उस वक्त तेज हो गया जब विदेश मंत्री ने कहा कि शिंदे ने जो बात कही है वो गृहमंत्रालय के पास मौजूद तथ्यों पर आधारित है. मंगलवार को ही केंद्रीय गृह सचिव की ओर से भी एक बड़ा बयान आ गया और कहा कि 10 आतंकियों के आरएसएस से लिंक के सबूत हैं.
इसी के जवाब में बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पिछले कई सालों में दर्जनों आतंकी घटनाएं हुई है. दुनिया ने भी माना कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है. मगर इसके विपरीत शिंदे भारत में आतंक की बात कर रहे हैं. यह कुछ और नहीं बल्कि आतंक के खिलाफ देश की लड़ाई को यूपीए सरकार कमजोर कर रही है. शिंदे के बयान से पाकिस्तान के भगवा आतंकवाद के आरोप को मजबूती मिलती है.
बीजेपी ने मंगलवार को यह कहते हुए केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को बर्खास्त किए जाने की मांग की कि 'हिन्दू आतंकवाद' संबंधी उनके बयान ने पाकिस्तान और आतंकवादियों को अपना हित साधने का मौका दिया है.
भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने भी कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर हमने पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग कर रखा था लेकिन शिंदे ने अब उन्हें आवाज दे दी है.
शिंदे ने रविवार को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर 'हिन्दू आतंकवाद' को बढ़ाने का आरोप मढ़ा था. शिंदे के बयान की निंदा करते हुए बीजेपी ने शिंदे को बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही बीजेपी ने यह स्पष्टीकरण भी मांगा कि क्या यह बयान सोच समझकर दिया गया था या फिर भूलवश था.