ईवीएम चैलेंज को लेकर इंतजार तो खत्म हुआ, पर विवाद नहीं. चुनाव आयोग ने ईवीएम चुनौती को असाधारण आयोजन बताया तो NCP ने इसे आई वॉश कहा. एनसीपी ने कहा कि ना तो उनके विशेषज्ञों को ईवीएम हाथ लगाने दिया गया और ना ही पहले से बैटरी और मेमोरी चिप नंबर दिए गए.
आयोग ने दलील दी कि सीलबंद मशीनें सबके सामने ही खोली जाती हैं. लिहाजा चार दिन पहले जानकारी देने का कोई मतलब ही नहीं था. अब उनको ये जानकारियां दे दी गई हैं. उनसे कह दिया गया है कि वो कभी भी आकर मशीनों पर तजुर्बा कर सकते हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि चुनौती में हिस्सा लेने वाली पार्टियों में दिलचस्पी नहीं दिखी. वो तो ईवीएम के बारे में तकनीकी जानकारी लेने आए थे. आयोग ने आम आदमी पार्टी के प्रस्तावित कथित ईवीएम हैकिंग कार्यक्रम हैकाथन पर भी टिप्पणी करने से ये कहते हुए इनकार कर दिया कि ईवीएम सिर्फ आयोग की है.
आयोग ने कहा कि सीपीएम और एनसीपी के प्रतिनिधियों में तकनीकी तौर पर काफी काबिल लोग आए थे. आयोग ने सबके सवालों का समुचित जवाब देकर उन्हें संतुष्ट कर दिया. आखिर में दोनों पार्टियों ने चैलेंज में हिस्सा नहीं लिया. एनसीपी के लिए आयोग ने अपने दरवाजे खोल रखे हैं.