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पूर्व सीएजी का खुलासा, कोबरा नहीं करते स्वामी पद्मनाभ मंदिर के छठे तहखाने की रक्षा

केरल के श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर के खजाने की रोचक कहानी तो आपको याद होगी. 2011 में अदालत के आदेश पर जब मंदिर के पांच तहखानों को खोला गया तो उससे करीब डेढ़ लाख करोड़ की संपत्ति निकली. लेकिन, मंदिर के छठे तहखाने को नहीं खोला गया. इस तहखाने को लेकर कई तरह की बातें होतीं.

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केरल के श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर के खजाने की रोचक कहानी तो आपको याद होगी. 2011 में अदालत के आदेश पर जब मंदिर के पांच तहखानों को खोला गया तो उससे करीब डेढ़ लाख करोड़ की संपत्ति निकली. लेकिन, मंदिर के छठे तहखाने को नहीं खोला गया. इस तहखाने को लेकर कई तरह की बातें होतीं है. इसमें अकूत संपत्ति होने का दावा किया जाता रहा है. कोई कहता कि जो इसे खोलने की कोशिश करेगा उसका अनिष्ट होगा. इस तहखाने की रक्षा घातक कोबरा सांप करते हैं.

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हालांकि, छठे तहखाने से जुड़े इन दावों और मिथकों को खारिज करते हुए पूर्व सीएजी विनोद राय ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उनकी जानकारी के हिसाब से 1990 से लेकर अब तक यह तहखाना कम से कम 7 बार खोला जा चुका है.

आपको बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने वित्तीय अनियमित्ताओं के आरोपों से घिरे केरल के प्रसिद्ध श्रीपद्मनाथ स्वामी मंदिर की संपत्ति का सीएजी विनोद राय की देखरेख में विशेष ऑडिट का आदेश दिया था.

मंदिर प्रशासन के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए विनोद राय ने बताया कि इस तहखाने को 1990 में दो बार खोला गया और 2002 में पांच बार. इस दौरान चांदी के आभूषण को बाहर निकालाकर उनकी जगह सोने के बर्तनों को रखा गया, हालांकि उसे बाद में बाहर निकाल लिया गया. विनोद राय ने कोर्ट को बताया कि इस मामले की और जांच की जाने की जरूरत है.

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पूर्व सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मंदिर के रिकॉर्ड के रखरखाव में कई कमियां और खामियां हैं. कई कीमती चीजों के इस्तेमाल पर वित्तीय नियंत्रण की कमी है. अकाउंटिंग की एक विश्वसनीय प्रणाली भी मौजूद नहीं है.

वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में मंदिर प्रशासन को अब तक 72 ऑडिट नोटिस भेजे जा चुके हैं. मामले पर अगली सुनवाई 11 नवंबर को होगी.

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