जम्मू कश्मीर प्रशासन ने पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के पूर्व विधायक एजाज अहमद और व्यापारी नेता शकील अहमद कलंदर को मंगलवार को हिरासत से रिहा कर दिया. इन दोनों नेताओं को एमएलए हॉस्टल में हिरासत में रखा गया था.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कई नेताओं को हिरासत में रखा गया है. हॉस्टल को अस्थाई रूप से उप जेल में तब्दील किया गया है, जहां अभी भी 15 लोग बंद हैं. दो दिन पहले रविवार को एमएलए हॉस्टल से चार नेताओं को एहतियाती हिरासत से रिहा किया गया था.
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इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर क्षेत्र के चार और नेताओं को रविवार को श्रीनगर स्थित एमएलए हॉस्टेल से नजरबंदी से रिहा कर दिया गया था. ये नेता जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 रद्द होने के बाद और दो केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद पांच अगस्त से नजरबंद थे. रिहा किए गए नेता नेशनल कॉन्फ्रेंस से हैं, जिनमें अब्दुल मजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट, मुहम्मद शाफी और मुहम्मद युसूफ भट्ट शामिल हैं.
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तीन पूर्व मुख्यमंत्री अब भी हिरासत में
ज्यादातर नेताओं की रिहाई प्रशासन ने कर दी है. हालांकि तीन मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबुबा मुफ्ती अब भी नजरबंद हैं. फारुक अब्दुल्ला को उनके श्रीनगर स्थित गुपकर रोड स्थित आवास में ही नजरबंद किया गया है.
उमर अब्दुल्ला हरि निवास और महबुबा मुफ्ती को मौलाना आजाद रेजीडेंसी रोड स्थित सरकारी भवन में नजरबंद में रखा गया है. इससे पहले एमएनए हॉस्टेल से 16 जनवरी को पांच मुख्यधारा के नेताओं को रिहा किया गया था.