कर्नाटक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा अपने मुख्यमंत्री बेटे एचडी कुमारस्वामी से नाराज बताए जा रहे हैं. कैबिनेट विस्तार को लेकर देवगौड़ा ने कुमारस्वामी को कुछ सुझाव दिए थे, जिसे कुमारस्वामी ने नहीं माना. इसके बाद से ही देवगौड़ा नाराज हैं और दो दिन से कुमारस्वामी से बात नहीं कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, पिता की नाराजगी की खबर मिलते ही सीएम कुमारस्वामी उनसे मिलने भी पहुंचे थे, लेकिन देवगौड़ा ने मुलाकात नहीं की. बताया जा रहा है कि कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार से पहले देवगौड़ा ने कुमारस्वामी से जेडीएस के अल्पसंख्यक नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल करने का सुझाव दिया था. कुमारस्वामी ने सुझाव को दरकिनार करते हुए केवल निर्दलीय विधायकों को मंत्री बनाया है. इसके बाद से देवगौड़ा नाराज चल रहे हैं.
बता दें कि कर्नाटक में जनता दल-सेक्युलर (जद-एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल में 14 जून को दो नए मंत्रियों को शामिल किया था. राज्य के राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में सादे समारोह में विधायकों आर. शंकर व एच.नागेश को मंत्री पद की शपथ दिलाई."
शंकर कर्नाटक प्रज्ञावंतारा जनता पक्ष (केपीजेपी) से हैं. वह हावेरी जिले के रानेबेन्नूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि नागेश कोलार जिले के मुलबगल क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं. शंकर दूसरी बार मंत्री बने हैं. इससे पहले उन्हें 22 दिसंबर 2018 को कैबिनेट के फेरबदल में बाहर कर दिया गया था.
शंकर और नागेश ने 15 जनवरी को गठबंधन सरकार से समर्थन वापस से लिया था. उन्होंने कहा था कि वे सरकार के खराब प्रदर्शन से निराश हैं. उम्मीदों के विपरीत कांग्रेस के विधायक को 34 सदस्यीय मंत्रालय में शामिल नहीं किया गया, जिसमें एक जगह रिक्त है. दोनों विधायकों को जद-एस के 12 सदस्यीय कोटा में शामिल किया गया है, जिसके 10 विधायक पहले से ही मंत्रालय में हैं.