विभिन्न रैंक वाले 300 से अधिक सेवानिवृत्त सैनिकों ने रविवार को राष्ट्रपति भवन जाकर वीरता के लिए जीते अपने पदक वापस कर दिए. ये पूर्व सैनिक हर रैंक के लिए समान पेंशन की मांग कर रहे थे.
इसके पहले ये पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर इकट्ठा हुए और वहां आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में उन्होंने हिस्सा लिया. हालांकि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने स्वयं आकर इन पदकों को नहीं लिया, लेकिन राष्ट्रपति भवन के कुछ अधिकारियों ने इन पदकों को स्वीकार कर लिया.
सेना के पूर्व उप प्रमुख लेफ्टीनेंट जनरल राज काद्यान ने बताया, 'हमारी प्रमुख मांग एक रैंक व एक पेंशन को लेकर है. विरोधस्वरूप हम अपने पदक राष्ट्रपति को वापस कर रहे हैं. एक सैनिक अपने पदक को गर्व के साथ पहनता है, लेकिन हमारे पास इसे लौटाने के सिवा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा है.'
काद्यान को अपने सेवाकाल के दौरान परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक व विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त हुए थे. रविवार को उन्होंने भी इन सभी पदकों को वापस कर दिया.