पीओके में घुसकर इंडियन आर्मी के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को भले ही पाकिस्तान लगातार खारिज कर रहा हो लेकिन एलओसी से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों के बयानों से लगातार इसकी पुष्टि हो रही है. इस मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए 'आज तक' की टीम एलओसी पर पाकिस्तान के बीआरओ के उस पोस्ट के पास तक पहुंच गई जहां से इंडियन आर्मी ने पीओके में आतंकी लॉन्चिंग पैड के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक शुरू की थी.
स्थानीय लोगों ने की पुष्टी
इंडियन आर्मी ने 28-29 सितंबर की रात पीओके के लीपा वैली में सर्जिकल ऑपरेशन किया था. इस ऑपरेशन में आतंकियों के ठिकानों और लॉन्चिंग पैड्स को तबाह किया गया था. पिम्पेर में 'आज तक' की टीम से बातचीत में स्थानीय लोगों ने स्वीकार किया कि उन्होंने इंडियन आर्मी की मूवमेंट उस रात देखी थी.
लीपा वैली के पास पहुंची आज तक की टीम
इंडिया टुडे की टीम लीपा वैली के पास तक भी पहुंची और सर्जिकल स्ट्राइक पर सच्चाई को सामने लाने के लिए तमाम सबूतों पर गौर किया. लीपा वैली ही वह जगह है जहां इंडियन आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था. यहां पर बसे आखिरी गांव के लोगों ने कहा कि उन्होंने सैनिकों को तो नहीं देखा लेकिन हेलीकॉप्टर और विमानों के उड़ने की आवाज सुनी. लोगों ने कहा कि उस रात गोलीबारी की तेज आवाजें सुनी गईं.
सीमा पर बसे हैं ये गांव
बॉर्डर पर आखिरी गांव है बुगनुस. सीमा के पास ये आखिरी गांव है जहां रिहायश है. यह एलओसी से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां से लीपा वैली की शुरुआत होती है. भारत की ओर से यहां टुटमार गली सबसे फॉरवर्ड पोस्ट है. रिपोर्टों के अनुसार 28-29 सितंबर की रात इंडियन आर्मी ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. लोगों ने बताया उस रात इस इलाके में काफी आवाजें आईं थीं.
पोर्टर ने सुनी थी गोलीबारी की आवाज
लीपा वैली में इसकी तस्दीक की इलाके में सामान पहुंचाने वाले एक पोर्टर ने. हालांकि, उसने नाम का खुलासा नहीं करने का अनुरोध किया. उसने आज तक की टीम को बताया कि वह और उसके कुछ दोस्त एलओसी में सेना के कैंपों के लिए सामान लेकर जा रहे थे. उस रात उसके दोस्त ने गोलीबारी की बहुत तेज आवाजें सुनी.
अचानक बढ़ गई आर्मी की सक्रियता
बॉर्डर के पास स्थित गांव पुथेयारी के लोगों ने बताया कि उन्होंने सैनिकों को तो नहीं देखा लेकिन हेलीकॉप्टरों और विमानों की आवाज सुनी. यहां के लोगों ने आर्मी की ओर से बढ़ी सक्रियता को भी इलाके में महसूस किया.
सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकी ठिकानों को किया था तबाह
गौरतलब है कि 28 और 29 तारीख की रात को इंडियन आर्मी ने पीओके में 3 किलोमीटर तक घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. इस ऑपरेशन में आतंकियों के कई ठिकानों को नुकसान पहुंचा और कम से कम 50 आतंकी मारे गए. उनके बचाव में आई पाकिस्तानी सेना को भी इस ऑपरेशन में भारी नुकसान पहुंचा था.