सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि लद्दाख और सिक्किम में एक ही समय में जो गतिरोध हुए, वो सिर्फ संयोग था. अब भी एलओसी के दूसरी तरफ कई आतंकी कैंप और लॉन्च पैड मौजूद हैं. सेना अपनी योजना बनाती है और जो भी आतंकी कमांडर हैं, उसका सफाया करेगी.
जनरल नरवणे ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में पीएलए और हमारी सेना के बीच में उत्तर पूर्व और उत्तरी सीमा पर गतिरोध हुए. जब दोनों तरफ की पेट्रोलिंग पार्टी पहुंच जाती हैं, तो अक्सर ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. ऐसा होना कोई नई बात नहीं है. ऐसा पहले भी होते थे. इससे निपटने के लिए हमारा एक प्रोटोकॉल तय है. उसको हम अपने यूनिट लेवल पर ही सुलझा लेते हैं. अगर मामला यूनिट लेवल पर नहीं सुलझता है, तो उसको हम कमांडर लेवल पर सुलझाते हैं. एक ही समय में लद्दाख और सिक्किम में संयोगवश गतिरोध हुआ. इसके पीछे कोई योजना नहीं थी.
मौसम साफ होते ही पाकिस्तान की तरफ से होती है घुसपैठ की कोशिश
पाकिस्तानी घुसपैठ को लेकर जनरल नरवणे ने कहा कि कश्मीर में जब मौसम सुधर जाता है और रास्ते खुल जाते हैं, तो पाकिस्तान की तरफ से अक्सर ऐसी कोशिशें होती हैं. आतंकी गतिविधियां बढ़ जाती हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान अब भी आतंकवाद को सपोर्ट कर रहा है. अभी भी एलओसी के दूसरी तरफ कई आतंकी कैंप और लॉन्च पैड मौजूद हैं.
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नरवणे ने कहा कि आतंकी घुसपैठ की कोशिशें कर रहे हैं, लेकिन उनके ऊपर हमारी नजर है और हम इसका मुकाबला करेंगे. कश्मीर में आतंकी रियाज नायकू के खात्मे के बाद भी सेना की हर यूनिट को एक टास्क दिया जाता है. इस टास्क के मुताबिक सेना अपनी योजना बनाती है और वह यूनिट जो भी आतंकी कमांडर है, उसका सफाया करेगी.
घुसपैठ और आतंक को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम: आर्मी चीफ
पाकिस्तान द्वारा आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा और जैश-ए-मोहम्मद को द रेजिस्टेंस फ्रंट नाम देने पर भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'मैं इसको टेरर राइवल फ्रंट कहूंगा. यह दूसरे नाम से दूसरा आतंकवादी संगठन है. यह सीमा पार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन है. इससे सही तरीके से निपटा जाएगा.' दरअसल, पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा और जैश-ए-मोहम्मद नाम बदलकर यानी द रेजिस्टेंस फ्रंट नाम से कश्मीर घाटी में अपनी आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
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नरवणे ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे थे कि कश्मीर मसले पर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने में विफल रहने के 6 महीने बाद कुछ नापाक हरकत करेगा, ताकि वह कश्मीर मुद्दे को दुनिया में उछाल सके. हालांकि हम इस तरह के किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं. हम घुसपैठ और आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं.
सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे का यह बयान उस समय सामने आया है, जब पाकिस्तान लगातार आतंकी घुसपैठ करा रहा है. बुधवार को भारतीय सेना ने हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू को ढेर कर दिया था. इस मुठभेड़ के दौरान घटनास्थल पर मौजूद रहे एक आतंकी की फोन पर बातचीत से हिज्बुल मुजाहिदीन और द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के बीच दरार का खुलासा हुआ था.
सेनाओं की कैंटीन में बेचे जाते हैं लोकल प्रोडक्ट
आर्मी चीफ ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी की बात कही है और सेना पहले ही मेक इन इंडिया पर जोर दे रही है. पिछले दो-तीन साल से सेना मेक इन इंडिया को आगे बढ़ा रही है. आज की तारीख में जो हमने ऑर्डर दिए हैं, उसमें 70 से 75 फीसदी मेक इन इंडिया के हैं. आने वाले समय में हम मेक इन इंडिया को और भी बढ़ावा देंगे. सेनाओं की कैंटीन में भी काफी बड़ी संख्या में लोकल प्रोडक्ट बेचे जाते हैं.'