आसाराम बापू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली उत्तर प्रदेश की नाबालिग लड़की का कहना है कि आध्यात्मिक गुरु ने जब उसके कपड़े उतारे तभी घटना के बारे में किसी को न बताने की धमकी भी दी. मामले की जांच कर रही टीम के स्रोतों के अनुसार आसाराम ने नाबालिग से ओरल सेक्स करने को भी कहा था, लेकिन वो नहीं मानी.
हालांकि सूत्रों के अनुसार आसाराम ने नाबालिग लड़की के कमर से नीचे के कपड़े नहीं उतारे और यह रेप का मामला नहीं है. सूत्रों का यह भी कहना है कि पीड़ित की शिकायत और बयान में बलात्कार का उल्लेख नहीं है.
अभी तक की जांच में यही सामने आया है कि यह घटना 15 अगस्त की रात 10 बजे जोधपुर शहर से करीब 40 किमी दूर की है. पीड़ित लड़की आसाराम द्वारा मध्यप्रदेश में चलाए जा रहे एक स्कूल की छात्रा है और उसके माता-पिता आसाराम से लड़की के इलाज के सिलसिले में मिले थे. जोधपुर के उस आश्रम में मुलाकात की जगह पर काफी अंधेरा था और लड़की के माता-पिता को गेट के बाहर की खड़े रहने को कहा गया था. लड़की को अकेले ही अंदर ले जाया गया. आसाराम को कुछ धार्मिक क्रियाओं से लड़की का इलाज करना था. माता-पिता ने बताया कि वह समझ रहे थे कि इलाज के लिए होने वाले धार्मिक अनुष्ठान ग्राउण्ड फ्लोर के बाहर की बालकनी में ही होंगे.
जबकि लड़की ने अपने बयान में कहा है कि उसे पिछले दरवाजे से कमरे में ले जाया गया. इसकी पुष्टि जांच में जुटी टीम ने भी की है. कमरे से बाहर आकर लड़की ने अपने माता-पिता को सबकुछ बताया.
लड़की ने बताया कि शुरुआत में वह डर के मारे चिल्ला नहीं रही थी. और फिर उसने हार मान ली. लड़की ने कहा, 'उन्होंने मेरी कमीज उतारी और मेरे बदन को यहां-वहां पुचकारने लगे. आध्यात्मिक गुरु ने इससे पहले यौन संबंध के लिए भी पहल की थी जिससे लड़की ने इनकार कर दिया था.
आसाराम ने इन सभी आरोपों को हास्यास्पद करार दिया है. और उन्होंने कहा, 'वो लड़की मेरी पोती जैसी है'. हालांकि उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं बताया है कि उस रात क्या हुआ था, जब वह उस लड़की के साथ थे.