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तमिलनाडु: 'कब्जे' में 130 विधायक, रिजॉर्ट किले में तब्दील, लगा जैमर

तमिलनाडु में जयललिता के उत्तराधिकार को लेकर कार्यकारी मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम की खुली बगावत के बीच AIADMK महासचिव शशिकला ने पार्टी के 120 से ज्यादा विधायकों को एक तटीय रिसॉर्ट में छुपा रखा है. इन विधायकों को मीडिया और विरोधियों से दूर रखने के लिए शशिकला गुट ने इस गोल्डन-बे रिसॉर्ट को किले में तब्दील कर रखा है.

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किले में तब्दील गोल्डन-बे रिसॉर्ट
किले में तब्दील गोल्डन-बे रिसॉर्ट

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तमिलनाडु में जयललिता के उत्तराधिकार को लेकर कार्यकारी मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम की खुली बगावत के बीच AIADMK महासचिव शशिकला ने पार्टी के 120 से ज्यादा विधायकों को एक तटीय रिसॉर्ट में छुपा रखा है. इन विधायकों को मीडिया और विरोधियों से दूर रखने के लिए शशिकला गुट ने इस गोल्डन-बे रिसॉर्ट को किले में तब्दील कर रखा है.

गार्ड को हटाकर गेट पर खुद तैनात शशिकला समर्थक
होटल से जुड़े सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शशिकला समर्थकों ने यहां रिसॉर्ट के गेट पर तैनात सुरक्षा गार्डों को हटाकर खुद उनकी जगह ले ली है और किसी को अंदर या बाहर जाने नहीं दे रहे. वहीं रिसॉर्ट के सुरक्षा गार्डों को अंदर विधायकों की सुरक्षा में लगाया गया है.

उन्होंने बताया कि इस रिसॉर्ट में पहले जहां प्रवेश द्वार पर ही सुरक्षा गार्ड रहा करते थे, हालांकि अब यहां रिसॉर्ट के बाहर चारों ओर एक सुरक्षा घेरा बनाया गया है, ताकि कोई विधायक चाहे भी तो दीवार फांद कर भाग ना सकें. सुरक्षा का यह घेरा रिसॉर्ट से 1 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है और गार्ड किसी पत्रकार या टीवी क्रू को वहां जाने से रोक रहे हैं.

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विधायकों पर नजर रखने को कॉरीडोर में चक्कर लगाते स्टाफ
सूत्रों के मुताबिक, होटल के कर्मचारियों को विधायकों पर नजर बनाए रखने के लिए समय-समय पर कॉरीडोर में चक्कर लगाने को कहा गया है. कुछ विधायक अपने कमरों के बाहर होटल कर्मचारियों के यूं चक्कर लगाने से भड़क भी जाते हैं और इस वजह से कई बाहर झगड़े की नौबत भी आ जाती है.

इंटरनेट और मोबाइल फोन भी बंद
रिसॉर्ट में बंदी की तरह रह रहे इन विधायकों को परिजनों या बाहर किसी व्यक्ति से संपर्क करने की इजाजत नहीं. इसके लिए रिसॉर्ट में लैंडलाइन फोन और इंटरनेट तो पहले की काट रखा गया है. वहीं मोबाइल फोन रोकने के लिए भी जैमर लगाए गए हैं.

वहीं विधायकों को अखबार पढ़ने की भी इजाजत नहीं. रिसॉर्ट कर्मचारियों से अखबार मांगने पर उन्हें साफ इनकार कर दिया जा रहा है. इन विधायकों को बस यह बताया गया है कि उनके परिवार वालों को उनकी सूचना दे दी गई और वे उनकी सुरक्षा के लिहाज से इस कदम के साथ हैं.

यहां कुछ ही विधायकों खाना खाने रेस्त्रां आ रहे हैं, जबकि ज्यादातर विधायक कमरों से ही रूम सर्विस को ऑर्डर दे रहे हैं. हालांकि रिसॉर्ट में उनके खाने का विशेष प्रबंध किया गया है और उन्हें सब्जियों के अलावा चिकन, मटन और मछलियों के कई व्यंजन परोसे जा रहे हैं.

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