21 जून को होने वाले विश्व योग दिवस पर सूर्य नमस्कार को लेकर उठे विवाद पर बाबा रामदेव ने कहा कि यह योग का हिस्सा नहीं है. योग का कोई धर्म नहीं होता. यह एक जीवन पद्धति है.
'आजतक' की एंकर श्वेता सिंह से एक्सक्लूसिव बातचीत में बाबा ने कहा कि योग का कोई धर्म नहीं होता. यह एक जीवन पद्धति है. लाइफ स्टाइल है. एक विज्ञान है. स्वस्थ्य जीवन के लिए योग जरूरी है. इसे कोई भी कर सकता है.
उन्होंने कहा कि योग में कई बीमारियों का इलाज है. कपालभाती और प्राणायाम को करोड़ों लोगों ने अपनाया है. इससे उनको फायदा भी हुआ है. मानसिक शांति के लिए अनुलोम-विलोम बहुत फायदेमंद है.
मैगी विवाद पर उन्होंने कहा कि इसे जान-बूझकर दुष्प्रचारित किया गया. कुछ लोगों ने पतंजलि फूड पार्क द्वारा निर्मित मैरी बिस्किट के रैपर पर मैरी नाम काटकर मैगी और सीसा रहित लिख दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर इसे दुष्प्रचारित किया गया.
पतंजलि फूड पार्क को मिली खास सुरक्षा पर बाबा ने कहा कि विशेष परिस्थितियों की वजह से सीआईएसफ को सुरक्षा के लिए लगाया गया है. इसके लिए संस्था पैसे देती है. हमने फूड पार्क के जरिए महात्मा गांधी के स्वदेशी के सपने को पूरा किया है.
मोदी सरकार के एक साल के कामकाज की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि 'वर्ष एक, काम अनेक' नारा इस सरकार पर बहुत सटीक बैठता है. इस सरकार ने वोट बैंक के लिए नहीं देश बनाने के लिए काम किया है.
योग दिवस पर अपने योगदान के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैंने योग को जनांदोलन बनाया है. पूरे देश में 20 लाख किमी की यात्रा की है. योग को मिशन बनाया है. मेरी वजह से योग आज घर-घर पहुंच चुका है.'