मानव संसाधन राज्य मंत्री शशि थरूर अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर को बहुत मिस कर रहे हैं. आज तक के साथ खास बातचीत में उन्होंने कहा, 'सुनंदा पुष्कर के बिना जो पांच हफ्ते गुजरे हैं, वे बहुत कष्ट देने वाले हैं.'
इसके अलावा थरूर फिर से त्रिवेंद्रमपुरम से चुनाव लड़ने की इच्छा जताते हैं. हालांकि वे इसके लिए पार्टी के इशारे का इंतजार कर रहे हैं. थरूर ने कहा, 'त्रिवेंद्रमपुरम से चुनाव लड़ूंगा या नहीं, इस पर अंतिम फैसला पार्टी को लेना है. लेकिन यदि मौका मिला तो अपने कार्यों के दम पर जनता यहां मुझे वोट देगी और जितवाएगी.'
सुनंदा की मौत मामले में जांच जल्दी हो
सुनंदा पुष्कर की मौत की जांच को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शशि थरूर ने कहा, 'मैं हर तरह की जांच में पूरा सहयोग कर रहा हूं. लेकिन जांच बहुत धीमी गति से चल रही है, इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए.'
मेरी जिंदगी खुली किताब
थरूर ने कहा कि उनकी जिंदगी एक खुली किताब की तरह है और छिपाने को कुछ भी नहीं है. स्वामी सुब्रह्मणियम के आरोपों को नकारते हुए थरूर ने कहा कि वे इस बात सबूत लाएं कि सुनंदा का मर्डर हुआ था. शशि थरूर ने तो यहां तक कह दिया कि राजनीति में स्वामी सुब्रह्मणियम को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता है.
हर दिन मिस करता हूं सुनंदा को
सुनंदा की मौत के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए शशि थरूर ने कहा, 'मैं हर दिन सुनंदा की कमी महसूस करता हूं. वह बहुत प्यारी इंसान थी. लेकिन मेरे खिलाफ गलत चीजें पेश की जा रही हैं. जब सुनंदा की मौत हुई थी, तब हमारे रिश्ते बहुत अच्छे थे.'
बीजेपी मेरी पीड़ा नहीं समझ सकती
शशि थरूर ने कहा, 'बीजेपी के लोग मेरी पीड़ा को नहीं समझ सकते. और सोशल मीडिया को मेरी स्थिति को जज करने का कोई अधिकार नहीं है.'