पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक में तीन जनवरी को हुई हिंसा ने यहां की तस्वीर बदल दी. पुलिस की मौजूदगी में थाने को ही फूंक दिया गया. सुरक्षा एजेंसियों से लेकर सरकारों तक के लिए ये बड़ी चिंता का विषय बन गया. मालदा हिंसा पर इंडिया टुडे ने तहकीकात की कि आखिर वहां ऐसा क्यों हो रहा है.
तहकीकात में सामने आया कि यहां के खेतों में अवैध रूप से अफीम की खेती हो रही है. वो भी एक या दो बीघों में नहीं बल्कि अस्सी हजार बीघे में की जा रही है. इससे तीन हजार करोड़ से भी ज्यादा की काली कमाई होती है.
अवैध अफीम की तहकीकात के बाद इंडिया टुडे की पड़ताल में सामने आया कि यहां नकली मुद्रा और अवैध हथियारों का व्यापार भी खूब जोर-शोर से चालू है.
आसानी से उपलब्ध हो रही नकली मुद्रा
मालदा में जिस तरह अवैध अफीम की खेती फल-फूल रही है उसी प्रकार जाली मुद्रा का व्यापार भी यहां खूब किया जा रहा है. यहां जाली मुद्रा आसानी से उपलब्ध कराई जा रही है. नकली मुद्रा का रैकेट इतने बड़े पैमाने पर है कि इसे आप उतनी आसानी से हासिल कर सकते हैं जितना रेस्तरां में खाने का ऑर्डर देने के बाद भोजन मिलना.
इंडिया टुडे के संवाददाता ने एक रेस्तरां में वेटर से पूछा कि क्या उसे जाली करेंसी मिल सकती है. वेटर ने हां में जवाब दिया. 15 मिनट के अंदर असलम नाम का आदमी संवाददाता के कमरे में आया. असलम ने कहा, '500 के नोट मिलना आसान होता है लेकिन वो 50 और 100 रुपए के नकली नोटों का भी इंतजाम कर सकता है.'
एके-47 से लेकर 9एमएम पिस्टल- मालदा में सब मिलता है
ना सिर्फ फेक करेंसी बल्कि अवैध हथियार भी मालदा में आसानी से उपलब्ध हैं. असलम ने इंडिया टुडे के रिपोर्टर को आश्वासन दिया कि वह 9एमएम पिस्टल से लेकर एके-47 तक दिलवा सकता है. उसने कहा कि वह यहां से गाजियाबाद तक हथियारों की डिलीवरी करता है.
90 फीसदी नकली मुद्रा मालदा से
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुसार भारत में 90 फीसदी फेक करेंसी बांग्लादेश से मालदा के द्वारा आ रही है. मालदा की बांग्लादेश के साथ एक लंबी और असुरक्षित सीमा है. फर्जी मुद्रा पर रोक लगाने के लिए एनआईए द्वारा तैयार किया गया नोट बताता है कि समय के साथ-साथ मालदा नकली भारतीय मुद्रा के एक प्रमुख पारगमन मार्ग के रूप में उभरा है.
14 जनवरी को क्राइम ब्रांच के साथ साझा ऑपरेशन में एनआईए ने महाराष्ट्र के बुलधाना से एक आदमी को 1 लाख 95 हजार की फेक करेंसी के साथ पकड़ा था. उसे ये राशि मालदा से कोरियर के द्वारा भेजी गई थी.
चार दिन पहले 10 जनवरी को बिहार पुलिस के साथ मिलकर एनआईए ने पश्चिमी चंपारण से 4 लाख की नकली रकम बरामद की थी. ये भी मालदा से पहुंची थी.