संसद में जेएनयू मामले को लेकर मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के बयान की बीजेपी खेमे में खूब प्रशंसा हो रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की है. लेकिन जेएनयू मामले में देशद्रोह के पांच आरोपियों में से एक अनंत प्रकाश ने मंत्री के बयान को हेट स्पीच यानी द्वेषपूर्ण भाषण करार दिया है.
'इंडिया टुडे टीवी' से बातचीत में अनंत ने कहा कि बुधवार और गुरुवार को स्मृति ईरानी ने सदन में जेएनयू और रोहित वेमुला मामले में जो कुछ कहा वह द्वेषपूर्ण था. यही नहीं, अनंत ने यह भी कहा कि मंत्री का भाषण असल में आरएसएस की विचारधारा का विस्तार है.
दूसरी ओर, जब अनंत से मां दुर्गा और महिषासुर मामले को लेकर सवाल किया गया तो अनंत ने कहा, 'मैं वामपंथी विचारधारा का हूं और ईश्वर में विश्वास नहीं रखता. इसलिए मैं दुर्गा और महिषासुर में से किसी को नहीं मानता. लेकिन यह जरूर कहना चाहूंगा कि देश में लोग महिषासुर और रावण की भी पूजा करते हैं. क्या स्मृति ईरानी यह बात नहीं जानती हैं?'
'हम महिला के चरित्र हनन का समर्थन नहीं करते'
अनंत प्रकाश ने आगे कहा, 'हम किसी भी महिला के चरित्र हनन का समर्थन नहीं करते. जब कभी महिषासुर पर किसी कार्यक्रम का आयोजन होता है, आप हमारे द्वारा बांटे गए पर्चे को पढ़ें. उसमें कहीं भी ऐसी कोई बात नहीं लिखी गई है. हम हमेशा से महिलाओं के चरित्र का हनन करने वालों की निंदा करते आए हैं. हम यह बात पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं.'
गौरतलब है कि बीते 9 फरवरी को जेएनयू में आयोजित एक कार्यक्रम में कथित तौर पर देश विरोधी नारेबाजी की गई थी. इस मामले में पुलिस ने पांच छात्रों को आरोपी बनाया है, जिनमें से अनंत प्रकाश भी एक हैं. बीते दिनों आरोपी छात्रों में से दो उमर खालिद और अर्निबान ने सरेंडर किया है.