नव नियुक्त मुख्य सर्तकता आयुक्त (सीवीसी) प्रदीप कुमार, आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र, हरियाणा कैडर के 1972 बच के आईएएस अधिकारी तथा एक अनुभवी नौकरशाह हैं. उन्होंने कई प्रमुख मंत्रालयों के लिए काम किया है.
सीवीसी के रूप में कुमार का चयन उस समय किया गया जब वह रक्षा सचिव के रूप में अपने दो साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं. इससे पहले वह रक्षा उत्पादन और विनिवेश में सचिव थे.
कुमार 29 सिंतबर 2011 को 62 वर्ष के हो जाएंगे. वर्ष 1972 में आईएएस बनने से पहले उन्होंने अपना ग्रेजुएशन आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पूरा किया. वह हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. वर्ष 1986 में वह अर्थशास्त्र और सामाजिक विज्ञान में मास्टर्स करने के लिए ब्रिटेन की यूनीवर्सिटी ऑफ वेल्स गए.
कुमार को एक आईएएस अधिकारी के तौर पर कई मंत्रालयों का अनुभव है. वर्ष 1997 में वह भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम मंत्रालय में संयुक्त सचिव थे. वर्तमान में रक्षा सचिव कुमार को वर्ष 2009 में इस पद पर दो साल के लिए नियुक्त किया गया था. वह 31 जुलाई को सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
इससे पहले कुमार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में अध्यक्ष तथा केंद्र के खान और खनिज मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव एवं दिल्ली में हरियाणा के रेजिडेंट कमीश्नर रह चुके हैं. सीवीसी के रूप में कुमार का कार्यकाल करीब तीन साल का होगा. इससे पूर्व इस पद पर पी थॉमस की विवादास्पद नियुक्ति के बाद विपक्ष और मीडिया की उन पर कड़ी नजर रहेगी.
उल्लेखनीय है कि कुमार को शनिवार को सर्वसम्मति से अगला सीवीसी चुन लिया गया. उच्चतम न्यायालय द्वारा पीजे थॉमस की नियुक्ति को निरस्त किए जाने के चार महीने बाद कुमार को नया सीवीसी चुना गया है.