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विदेश मंत्री बनने के बाद अपनी पहली यात्रा पर भूटान जाएंगे एस जयशंकर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में सबको चौंका दिया. पीएम मोदी ने इस बार विदेश मंत्री के रूप में एस. जयशंकर को नियुक्त किया है. अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपनी पहली यात्रा के तौर पर भूटान जाने वाले हैं.

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7-8 जून को जाएंगे भूटान
7-8 जून को जाएंगे भूटान

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में सबको चौंका दिया. पीएम मोदी ने इस बार विदेश मंत्री के रूप में एस. जयशंकर को नियुक्त किया है. अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपनी पहली यात्रा के तौर पर भूटान जाने वाले हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, 'विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 7-8 जून 2019 को भूटान की यात्रा पर रहेंगे. यह विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर की पहली विदेश यात्रा होगी और यह उस महत्व को दर्शाता है कि भारत भूटान के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को जोड़ने में लगा है.'

कौन हैं विदेश मंत्री एस. जयशंकर

आपको बता दें कि जब मोदी सरकार का शपथ ग्रहण हुआ तो एस जयशंकर को देख हर कोई हैरान था. उन्होंने इससे पहले विदेश मंत्रालय में बतौर सचिव काम किया है लेकिन आज वह विदेश मंत्री हैं. इसी साल रिटायर हुए सुब्रह्मण्यम जयशंकर सबसे लंबी 36 साल की विदेश सेवा के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से इंटरनेशनल रिलेशन में एमए किया है.

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जनवरी 2015 से लेकर जनवरी 2018 तक विदेश सचिव रहते हुए उन्होंने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान उनकी विदेश नीति को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. जिसके चलते खासतौर से अमेरिका और अरब देशों समेत प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंध को महत्वपूर्ण विकास और विस्तार मिला. उन्होंने अमेरिकी प्रशासन और मोदी सरकार को करीब लाने में बड़ी भूमिका निभाई. जयशंकर को जनवरी में देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया था. 

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