सिर्फ 18 दिनों में पूरे देश में 1,204 बार मूसलाधार बारिश की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं. पिछले पांच साल में मॉनसून के किसी भी महीने में ये सबसे ज्यादा बारिश का आंकड़ा है. यह 2018 अगस्त के आंकड़ों से दोगुना है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे देश में फैले अपने 3,500 स्टेशन से ये आंकड़े जुटाए हैं. इसमें पता चला कि अगस्त 2019 में सभी स्टेशनों पर 120 मिमी से 210 मिमी तक की अधिकतम बारिश रिकॉर्ड की गई.
मौसम विभाग के वैज्ञानिक बताते हैं कि अत्यधिक बारिश का मतलब है होता है 24 घंटे में 115.6 मिमी से लेकर 204.4 मिमी बारिश. जबकि, मूसलाधार बारिश में 24 घंटे में 204.5 मिमी या उससे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जाती है. देश में इस बार मॉनसून सामान्य रहा है. लेकिन देश के कुछ हिस्सों में बहुत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. इसकी वजह से बाढ़ जैसी तबाही का सामना करना पड़ रहा है.
Very light to Light rainfall is continuing at isolated places over Bihar, north Madhya Pradesh, Uttar Pradesh and Karnataka. pic.twitter.com/XbK5Mn5jf2
— IMD Weather (@IMDWeather) August 18, 2019
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस साल जुलाई तक 914 बार अत्यधिक या मूसलाधार बारिश दर्ज की गई. यह 2015 के बाद से अब तक का उच्चतम आंकड़ा है. IMD के क्लाइमेट रिसर्च एंड सर्विसेज के हेड अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार मॉनसून 22-23 जून के बाद सक्रिय हुआ है. लेकिन, इस देरी के बाद भी हुई जोरदार बारिश ने सूखे और कम बारिश की आशंका को खत्म कर दिया.
पिछले साल की तुलना में इस साल दोगुनी बारिश
अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार मॉनसून के सीजन में कई बार डीप प्रेशर सिस्टम बना है. इसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है. अगस्त 2018 की तुलना में अगस्त 2019 में दोगुनी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. जबकि, अगस्त 2017 से ढाई गुना ज्यादा बारिश इस बार रिकॉर्ड की गई है. इतनी बारिश के पीछे एक सबसे बड़ा कारण ये भी है कि इस साल प्री-मॉनसून के दौरान पिछले वर्षों की तुलना में मई-जून में ज्यादा गर्मी थी.
देश के 9 राज्यों में भारी बारिश से तबाही का मंजर
देश के 9 राज्यों में भारी बारिश से तबाही का आलम है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में हालात बेहद बुरे हैं. बाढ़, बारिश और भूस्खलन से अब तक 1000 लोगों की मौत हो चुकी है. सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ राहत और बचाव कार्य में दिन-रात लगी हुई है.
अगले 24 घंटों में मौसम का अनुमान
अगले 24 घंटों में, पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है. असम, मेघालय, नागालैंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है. पश्चिम राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर का मौसम शुष्क होगा जबकि देश के बाकी हिस्सों में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश होगी.
इस सप्ताह उत्तर भारत के राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान में 24 अगस्त तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है. उत्तराखंड में रुक-रुक कर मध्यम बारिश जारी रहने के आसार हैं. राज्य में एक दो बार भारी वर्षा से भी इंकार नहीं किया जा सकता. इसके कारण भूस्खलन की आशंका और अचानक बाढ़ की संभावना बनी रहेगी.