हज़ारों करोड़ की धोखाधड़ी कर देश से भागे हीरा व्यापारी नीरव मोदी को मंगलवार (19 मार्च) को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद सोशल मीडिया पर उससे जुड़ी तमाम फर्जी खबरें आने लगी हैं. फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें "न्यूज18 इंडिया" का एक ट्वीट देखा जा सकता है. इसमें दावा किया गया है कि नीरव ने बयान दिया है कि उसे भाजपा नेताओं ने भारत से भगाया और इसके लिए इन नेताओं ने 456 करोड़ की घूस भी ली.
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वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा ट्वीट फर्जी है और नीरव मोदी ने अभी तक ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. फेसबुक पेज "Aam Admi Zindabad (आम आदमी जिंदाबाद) " ने एक पोस्ट डाला है जिसमें "न्यूज18 इंडिया" की खबर के साथ एक ट्वीट दिखाई दे रहा है. इस ट्वीट के ऊपर लिखा गया है: "लंदन कोर्ट में नीरव मोदी का बड़ा बयान भागा नहीं भगाया गया 456 करोड़ कमिशन लिया भाजपा के नेताओं ने." खबर लिखे जाने तक यह पोस्ट 2100 से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी थी. फेसबुक पेज "WE SUPPORT NARENDRA MODI " पर भी वीडियो के साथ ऐसा दावा किया गया है जिसमें भाजपा की जगह कांग्रेस नेताओं का नाम डाला गया है.
वायरल पोस्ट के दावे की जांच के लिए जब हमने इस ट्वीट की खोज शुरू की तो हमें "न्यूज 18 इंडिया " का असली ट्वीट मिल गया. शुक्रवार सुबह 11 बजकर 32 मिनट पर किए गए इस ट्वीट में नीरव मोदी से संबंधित एक फोटो स्टोरी का लिंक था जिसके साथ ऊपर लिखा गया था "हजारों करोड़ का घोटाला करने वाला नीरव मोदी एक बैंक कर्मचारी की सूझबूझ से गिरफ्तार हुआ, जानें पूरा मामला..." किसी ने चतुराई से इस स्टेटमेंट की जगह नीरव मोदी का फर्जी स्टेटमेंट लिख दिया. ट्वीट की गई खबर में हालांकि नीरव मोदी के ऐसे किसी भी बयान का जिक्र नहीं है.
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बता दें कि इंटरनेट पर ऐसे बहुत से एप्स और वेबसाइट उपलब्ध हैं जिनकी मदद से इस तरह के फर्जी ट्वीट्स न केवल आसानी से तैयार किए जा सकते हैं, बल्कि इन्हें सोशल मीडिया पर शेयर भी किया जा सकता है. ये फर्जी ट्वीट हूबहू असली ट्वीट जैसे ही नजर आते हैं.
नीरव मोदी की जमानत की अर्जी को ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट्स कोर्ट ने खारिज कर दिया है और उसे 29 मार्च तक के लिए पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिए हैं. देश विदेश के तमाम प्रमुख मीडिया संस्थान इस मामले पर पैनी नजर बनाये हुए है और पल पल की जानकारी रिपोर्ट की जा रही है. हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें नीरव मोदी का गिरफ्तारी के बाद ऐसा कोई बयान आया हो, जिसमें उसने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए हों. पड़ताल में ये साफ हुआ कि वायरल हो रहा ट्वीट फ़र्ज़ी है और नीरव मोदी ने अब तक ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.