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फैक्ट चेक: सूरत का नहीं है पुलिसकर्मी से मारपीट का ये वीडियो

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये वीडियो सूरत हाईवे का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन का है. वीडियो में दिख रहा पुलिसकर्मी अवैध शराब की सूचना पर महिलाओं के घर दबिश देने पंहुचा था. पुलिसवालों के घर में दाखिल होते ही महिलाओं ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
सूरत हाईवे पर एक पुलिसवाले को अवैध वसूली करने पर पीटा गया.
Jagdish B नाम के एक फेसबुक यूज़र
सच्चाई
वीडियो सूरत हाईवे का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन का है

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल है जिसमें दो महिलाएं एक पुलिसकर्मी को सड़क पर पीट रही हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि सूरत हाईवे पर इस पुलिसकर्मी को अवैध वसूली करने पर पीटा गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि दो महिलाएं पुलिसकर्मी को बीच सड़क पर, डंडे से पीटते हुए कहीं ले जा रही हैं, जबकि उनके पीछे कुछ लोगों की भीड़ भी चली आ रही है. इस भीड़ में से कुछ लोगों को गाली-गलौज करते हुए भी सुना जा सकता है.

वीडियो का आर्काइव्ड वर्जन यहां  देखा जा सकता है. वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा है- "सूरत हाइवे पर नाजायज वसूली करने वाले पुलिस कर्मियों की पिटाई का वीडियो जरुर देखें और आगे शेर करे ये पुलिस वाला इतनी हद करता था कि जिसके पास पुरा कगजात होते हुए भी पैसा लेता था अब ये हाल देखिए इसका".

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इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये वीडियो सूरत हाईवे का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन का है. वीडियो में दिख रहा पुलिसकर्मी अवैध शराब की सूचना पर महिलाओं के घर दबिश देने पंहुचा था. पुलिसवालों के घर में दाखिल होते ही महिलाओं ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.

Jagdish B नाम के एक फेसबुक यूज़र ने इस पोस्ट को शेयर किया है. पोस्ट में दिया गया कैप्शन अलग-अलग वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी बीच, एक आदमी को पीटते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस का भी वीडियो इसी कैप्शन के साथ सूरत का बताते हुए शेयर किया गया है.

वीडियो से संबंधित कीवर्ड की मदद से इंटरनेट पर खोजने पर हमें कुछ न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं जिसमें वायरल वीडियो मौजूद था. पत्रिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक वीडियो में जिस पुलिसकर्मी के साथ मारपीट हो रही है वो खरगोन में आबकारी उप-निरीक्षक मोहनलाल भायल है.

13 सितंबर 2019 को मोहनलाल अपनी टीम के साथ खरगोन के महेश्वर इलाके में अवैध शराब की सूचना पर एक घर में दबिश डालने पहुंचे थे. जब अधिकारी घर में दाखिल हुए तो उन्हें वहां मौजूद महिलाओं का कड़ा विरोध झेलना पड़ा. मामला इतना बिगड़ गया कि इन महिलाओं और कुछ लोगों ने मोहनलाल के साथ मारपीट कर उनका मोबाइल और सरकारी रिवाल्वर तक छीन ली. महिलाएं अफसर को पकड़ कर थाने की ओर ले गईं. खबरों के मुताबिक पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज़ किया है.

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कई और मीडिया संस्थाओं ने भी इस मामले को कवर किया था.

हालंकि इसी साल अप्रैल में सूरत का एक मामला सामने आया था जिसमें कुछ हॉस्टल के लड़कों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी. हॉस्टल के छात्रों का आरोप था कि पहले पुलिसकर्मियों ने किसी बात को लेकर उनके साथ मारपीट की जिस पर बवाल हो गया. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था.

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