अभियोजन पक्ष ने 26/11 मामलों की सुनवाई कर रही अदालत से सोमवार को कहा कि आरोपी फहीम अंसारी और सबाउद्दीन ने मुंबई में हमलों को अंजाम देने के लिए लश्करे तैयबा को ठिकानों के नक्शे मुहैया कराये.
अभियोजन ने इस बात पर बल दिया कि 166 लोगों की मौत के लिए अजमल कसाब के साथ इन दोनों को भी दोषी ठहराया जाना चाहिए. विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने अपनी अंतिम दलीलों में कहा कि लश्कर के नेता जकी उर रहमान लखवी ने आतंकवाद के लक्ष्यों की रूपरेखा तैयार करने के लिए फहीम और सबाउद्दीन की सेवा ली थी.
इन नक्शों को मुंबई में 26 नवंबर को आतंकी हमलों से पहले पाकिस्तान में प्रशिक्षिण शिविर में आतंकवादियों को दिखाया गया था. निकम ने न्यायाधीश एम एल टाहिलियानी से कहा कि लश्कर ने हमले से पहले मुंबई के बारे में विभिन्न स्रोतों से जानकारी हासिल की थी. उन्होंने कसाब की स्वीकारोक्ति का उल्लेख किया जिसमें कहा गया था कि उनके आकाओं ने आतंकी लक्ष्यों की जानकारी वीडियो सीडी और नक्शों के माध्यम से दी थी.
निकम ने कहा कि आतंकवाद के आरोपी डेविड हेडली सीडी तैयार करने में शामिल था जबकि फहीम और सबाउद्दीन ने नक्शे तैयार किये. निकम ने फहीम के करीबी मित्र नूरूद्ीदन शेख की गवाही का उल्लेख किया. गवाही में शेख ने अदालत को बताया था कि वह दोनों आरोपियों से नेपाल में मिला था. शेख की उपस्थिति में ही फहीम ने सबाउद्दीन को नक्शे सौंपे और कहा कि वह उन्हें लश्कर को सौंपेगा.
विशेष लोक अभियोजक के अनुसार गवाह से फहीम ने कहा कि यह नक्शे इसलिए तैयार किये गये क्योंकि सबाउद्दीन के मित्रों की पाकिस्तान से मुंबई आने की संभावना है. निकम के अनुसार यदि गवाह के बयान पर भरोसा करें तो नूरूद्दीन ने फहीम के हाथों में जो नक्शे देखे, ये वही नक्शे थे जो पुलिस ने मृत आतंकवादी अबु इस्माइल की पेंट की जेब से बरामद किये थे. इस्माइल 26 नवंबर 2008 को गिरगाम चौपाटी पर हुई मुठभेड़ में मारा गया था.