सिर्फ गुजरात में ही फर्जी एनकाउंटर नहीं होते, जम्मू-कश्मीर में भी होते हैं और इससे अधिक संख्या में होते हैं. फर्जी एनकाउंटरों में जान गंवाने वालों के परिजन आज भी न्याय के इंतजार में हैं. यह कहना है जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का. उन्होंने आज तक से खास बातचीत में यह बात कही.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल की घटनाओं से एक बार फिर संकेत मिल रहे हैं कि घाटी का माहौल बिगाड़ने की कोशिश में कुछ ताकतें लगी हुई हैं. कुछ लोग हैं जो घाटी में शांति नहीं चाहते.
थर्ड फ्रंट के बारे में पूछने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इसकी कोई संभावना नहीं है. उन्होंने कहा, जैसा कि मुलायम सिंह ने भी साफ किया है कि वे भी चुनावों के बाद ही तय करेंगे.
उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि रेगुलेशन के चलते अमरनाथ यात्रा के दौरान होने वाली अप्रिय घटनाओं की संख्या में कमी आई है.