‘बैंडिट क्वीन’ और ‘गॉडमदर’ में अपने अभिनय के लिए मशहूर अभिनेता निर्मल पांडे का गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.
निर्मल पांडे 46 वर्ष के थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ समय से अभिनेता की तबियत ठीक नहीं चल रही थी और दोपहर उनका एक निजी अस्पताल में निधन हो गया.
अभिनेता ने टेलीविजन के साथ बड़े पर्दे पर खुद को आला दर्जे के खलनायक के तौर पर स्थापित किया था. उन्होंने तेलुगु फिल्म ‘केडी’ में भी खलनायक का किरदार निभाया था. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक अभिनेता की चर्चित हिन्दी फिल्मों में ‘इस रात की सुबह नहीं’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘वन 2 का 4’ और ‘शिकारी’ शामिल हैं.
अमोल पालेकर की फिल्म ‘दायरा’ में महिला की भूमिका निभाने के लिए 1996 में फ्रांस में ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री’ का वलेंती पुरस्कार उन्हें मिला था. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में पांडे के वरिष्ठ रहे अभिनेता इरफान खान ने कहा कि उनकी अचानक मौत से उन्हें ‘गहरा सदमा’ पहुंचा है.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे वह एक अच्छे लड़के के रूप में याद हैं. वह केवल अच्छे अभिनेता नहीं थे बल्कि बेहतरीन गायक भी थे. मैं पिछले कुछ समय से उनके संपर्क में नहीं था, लेकिन यह खबर दुखदायी है.’’ पांडे ने 2002 में एक एलबम ‘जज्बा’ रिलीज किया था और जाने माने लेखक धर्मवीर भारती द्वारा लिखा गये नाटक ‘अंधायुग’ का निर्देशन भी किया था.