चक्रवाती तूफान फानी बड़ी मुसीबत बनकर आ सकता है. शुक्रवार दोपहर तक इसके गोपालपुर और चांदबाली के बीच ओडिशा तट को पार करने की संभावना बनी हुई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने फानी के संबंध में 'येलो वार्निंग' जारी किया है. मौसम विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्से के लिए चक्रवात का अलर्ट जारी किया है और तटीय इलाकों को खाली करने का सुझाव दिया है.
चक्रवाती तूफान फानी से बचने के लिए ओडिशा के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखे जाएंगे. सभी स्कूल 2 मई से अगले आदेश तक बंद रखे जाएंगे. सभी परीक्षाओं की डेट भी आगे बढ़ा दी गई है.
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मुख्य चुनाव आयुक्त से अपील की है कि पटकुरा विधानसभा क्षेत्र में 19 मई को होने वाले चुनाव की डेट आगे बढ़ा दी जाए. नवीन पटनायक की ओर से जारी किए गए पत्र में लिखा है कि फानी तूफान के चलते राजनगर ब्लॉक में भूस्खलन की संभावनाएं प्रबलतम हैं.
यूपी में भी अलर्ट
उत्तर प्रदेश में भी फानी चक्रवात के संबंध में चेतावनी दी गई है. किसानों से कहा गया है कि 2 और 3 मई को भयंकर बारिश हो सकती है. किसानों से फसलों को बचाने की सलाह भी दी गई है.
मौसम विभाग की ओर से जारी की गई चेतावनी में कहा गया है कि कि बंगाल की खाड़ी में बने फानी चक्रवात की वजह से 2 और 3 मई को उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और तेज पूर्वी हवाओं के चलने की संभावना है. पूर्वी हवाओं की स्पीड लगभग 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी.
मौसम विभाग ने कहा है कि किसान और भंडार गृह , नमी और तेज हवा से फसलों को होने वाली नुकसान से बचाने के लिए सावधानी बरते और सही जगह समुचित व्यवस्था करें.
भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा फानी
मौसम विभाग के अलर्ट डिपार्टमेंट का अनुमान है कि 'फानी' का प्रभाव दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम-मध्य और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर है. यह ओडिशा के पुरी से 760 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, विशाखापत्तनम के 560 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और त्रिणकोमली से 660 किलोमीटर उत्तरपूर्व(श्रीलंका) में है.
मौसम विभाग की चेतावनी
हाई अलर्ट पर नौसेना
मौसम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक फानी प्रंचण तूफान में बदल गया है. फानी के भारतीय तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाजों को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ) की टीमों को जरूरी जगहों पर तैनात किया गया है. सेना और वायुसेना की टुकड़ियों को भी तैयार किया गया है.
येलो वार्निंग
आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन(एनसीएमसी) ने मंगलवार को एक बार फिर बैठक की. चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाले हालात से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों की तैयारियों पर भी समीक्षा की. फिलहाल एनडीआरएफ आंध्र प्रदेश में 41 टीमों को तैयार रखा गया है. ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में 5 टीमों को तैनात किया गया है जिससे हर परिस्थितियों से निपटा जा सके.
(पीटीआई इनपुट के साथ)