राहुल ने कहा, 'किसानों और मजदूरों को कहना चाहता हूं कि वो घबराएं नहीं, हम उनके साथ खड़े हैं. मोदी सरकार अपने क्रोनी कैपिटलिस्ट दोस्तों की ही मदद करती है. संसद में वे कहते हैं कि सुसाइड नहीं हो रहे हैं. '
उधर, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
गृहमंत्री ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी से बातचीत की और उन्हें
निर्देश दिया कि इस घटना की जांच की जानी चाहिए. उधर मृतक किसान का भाई शाम तक आरएमएल अस्पताल पहुंच गया. बताया जा रहा है कि मृतक की भतीजी की आज शादी भी होनी थी. मामले में धारा 186, 306 और 304A के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
Its a sad time and I dont want to make a statement on this: Rahul Gandhi
— INC India (@INCIndia) April 22, 2015
Want to tell farmers that they shouldnt be afraid, we are with them: Rahul Gandhi at Lady Hardinge Hospital pic.twitter.com/0HOA03qmz6
— ANI (@ANI_news) April 22, 2015
केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बुधवार को रैली थी. दोपहर को रैली के दौरान जैसे ही केजरीवाल ने स्टेज पर माइक संभाला, वैसे ही राजस्थान के दौसा के रहने वाले एक किसान ने पास के ही एक पेड़ पर चढ़कर सुसाइड का प्रयास किया. मंच से केजरीवाल किसानों के हितों पर बोलते रहे और वो किसान जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जूझता रहा और अंत में वह जिंदगी की जंग हार गया.
रैली में हजारों लोग थे लेकिन किसी ने भी इस आत्महत्या करने वाले किसान को बचाने की जहमत नहीं उठाई. नजर के सामने ये तमाशा चलता रहा और लोग रैली में मशगूल रहे. किसान के पास से मिले सुसाइड नोट के मुताबिक, किसान राजस्थान के दौसा का रहने वाला था. रैली के दौरान वह पेड़ से लटकता मिला था, जिसके बाद लोगों ने उसे नीचे उतारा. उसके पास मिली पर्ची में मोबाइल नंबर के साथ 'जय जवान जय किसान, जय राजस्थान' लिखा था. गजेंद्र नाम के इस किसान ने यह भी लिखा कि उसके तीन बच्चे हैं और वह परेशान है.
इस मामले में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि वह किसान के परिवार की हर संभव मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि इस घटना से जाहिर होता है कि किसान किस हालत में जी रहे हैं.
किसान को देखने आरएमएल अस्पताल पहुंचे दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि रैली के दौरान उन्होंने और कार्यकर्ताओं ने किसान को पेड़ से उतरने के लिए कहा लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और अचनाक आत्महत्या कर ली.
मोदी सरकार पर बरसे केजरीवाल
जंतर मंतर पर रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अध्यादेश तब लाया जाता है जब कोई मजबूरी हो. नरेंद्र मोदी सरकार के सामने ऐसी कौन सी मजबूरी थी?
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि शायद मोदी सरकार किसी उद्योगपति को फायदा पहुंचाना चाहती थी, तभी अध्यादेश लाकर इस कानून को लागू करने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जमीन हमारे अधिकार में नहीं है लेकिन हम पूरी कोशिश करेंगे कि किसानों के साथ अन्याय न हो. दिल्ली के किसानों की जमीन नहीं लेने देंगे.