मौसम की बेरहमी ने किसानों को बेहाल कर रखा है लेकिन सूखे की आशंका से घिरे किसानों को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिलाया है भरोसा.
गेहूं और चावल के हैं पर्याप्त भंडार
उन्होंने कहा है कि अकाल की आशंका से घबराने की जरूरत नहीं है. देश में गेहूं औऱ चावल का पर्याप्त भंडार है और हालात से निबटने में नरेगा बेहद कारगर साबित हो सकता है. पीएम ने कहा कि नरेगा के जरिए न सिर्फ लोगों को काम मुहैया कराया जाएगा बल्कि इसके जरिए जल संरक्षण को बढ़ावा मिल सकता है.
जरूरतमंदों तक अनाज पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा
नरेगा के तहत सरकार जरुरतमंदों को साल में 100 दिन का रोजगार मुहैया कराती है लेकिन सूखे के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार इस सीमा को हटाने पर विचार कर रही है. इसके अलावा जरूरतमंदों तक अनाज पहुंचाने के लिए पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को औऱ मजबूत करने पर भी जोर दिया जाएगा.