आम आदमी पार्टी (एएपी) के नेता अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर संसद में एफडीआई पर हुए मतदान में सीबीआई के जोर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर फैसला जनमत संग्रह के जरिए लिया जाना चाहिए.
पैनआईआईटी सम्मेलन से अलग केजरीवाल ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर जनमत संग्रह के जरिए फैसला होना चाहिए. इस मुद्दे पर संसद में पार्टियों के नेताओं ने जिस तरह का आचारण दिखया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि संसद में पार्टियों ने जिस तरह मतदान किया उसका आधार निश्चित रूप से योग्यता नहीं थी, बल्कि यह पूरी तरह कुछ पार्टियों पर सीबीआई के दबाव पर आधारित था. खुदरा में एफडीआई से जुड़े ढेरों सवाल हैं जिस पर चर्चा ही नहीं हुई.
केजरीवाल ने कहा कि खुदरा में एफडीआई से सबसे ज्यादा फायदा किसानों को होने के केंद्र सरकार के दावे पर ही एक बड़ा प्रश्नवाचक चिन्ह लगा हुआ है.