भारतीय शीर्ष टेनिस स्टार लिएंडर पेस ने रविवार को 11वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के बाद कहा कि वह अब भी ‘टेनिस के छात्र’ हैं जो रोजर फेडरर से प्रेरणा लेकर खुद को संपूर्ण खिलाड़ी बनाने कोशिश में लगे रहते हैं.
पेस ने जिम्बाब्वे की कारा ब्लैक के साथ ऑस्ट्रेलियाई ओपन मिश्रित युगल खिताब जीतने के बाद कहा, ‘‘21वां ग्रैंडस्लैम फाइनल और 11वीं खिताबी जीत, सबसे अहम बात यह है कि जब आप बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहे हो, तब भी आप पहले की तरह अपनी कड़ी मेहनत कायम रखते हो.’’ पेस और ब्लैक ने रूस की कैटरीना माकारोवा और चेकोस्लोवाकिया के जारोस्लाव लेविंस्की को 7-5, 6-3 से हराकर साथ में अपना दूसरा खिताब जीता.
इससे पेस भारत की ओर से महेश भूपति के रिकार्ड 11 ग्रैंडस्लैम खिताबों की बराबरी भी की. उन्होंने कहा, ‘‘मैं जिंदगी का छात्र हूं. मैं टेनिस का छात्र हूं. इससे मुझे हर दिन बेहतर करने की सीख मिलती रहती है. अगर रोजर फेडरर सुधार करना जारी रख सकता है तो मुझे लगता है कि हम सब भी सुधार करना जारी रख सकते हैं.’’
इस जीत से पेस ने कारा को दिये गये वादे को भी बरकरार रखा. कारा ने कहा कि पेस ने उनसे ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीतने का वादा किया था. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल हमने इस बारे में बात की थी. उसने वादा किया था कि हम इसे जीतेंगे. वह वादा पूरा करने में विश्वास रखता है.’’