रतन टाटा ने कहा है कि हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के शुरुआती दिनों में वह असमंजस की स्थिति में थे और अपमानित महसूस कर रहे थे, लेकिन वे दिन उनके जीवन में 'सबसे महत्वपूर्ण दिन' साबित हुए.
टाटा ने इस हफ्ते की शुरुआत में बोस्टन में हॉवर्ड बिजनेस स्कूल में नवनिर्मित टाटा हॉल को स्कूल को समर्पित करने के अवसर पर आयोजित एक समारोह में हॉवर्ड कैंपस में बिताए पहले हफ्ते को याद किया. समारोह में बिजनेस स्कूल के डीन नितिन नोहरिया भी शामिल थे.
भारत के जाने माने उद्योगपति के सम्मान में उनके नाम पर रखा गया टाटा हॉल सात मंजिला भवन है, जो 1,63,000 वर्गफुट तक फैला हुआ है. इसमें हॉवर्ड बिजनेस स्कूल के प्रमुख शिक्षा कार्यक्रम के लिए पढ़ाई और रहने के कमरे बने हैं.
टाटा ने कहा कि शुरुआती दिनों में अपने साथी विद्यार्थियों की जबरदस्त प्रतिभा से वह हीन भाव से ग्रस्त हो गए थे. उन्होंने कहा, 'लेकिन जल्द ही यह असमंजस की स्थिति गायब हो गई. जब मैं गुजरे दिनों को याद करता हूं तो पाता हूं कि वे 13 हफ्ते मेरे जीवन के शायद सबसे महत्वपूर्ण दिन रहे.'
गौरतलब है कि रतन टाटा ने 1975 में यहां मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी और उन्होंने नवनिर्मित टाटा हॉल का डिजाइन खुद पेश किया. टाटा खुद भी एक आर्किटेक्ट हैं.