कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज में ट्विटर वार छिड़ गया है. पहले दिग्विजय ने ट्वीट कर नरेंद्र मोदी की बीजेपी में पीएम उम्मीदवारी पर सवाल उठाए. उन्होंने ट्वीट कर बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि सुषमा स्वराज मोदी से बेहतर पीएम उम्मीदवार हो सकती हैं. बीजेपी उनके नाम का ऐलान क्यों नहीं करती? इसके जवाब में सुषमा ने ट्वीट कर कहा कि दिग्विजय भी राहुल गांधी से बेहतर पीएम उम्मीदवार हो सकते हैं.
सुषमा के ट्वीट के बाद दिग्विजय ने फिर से ट्वीट किया. उन्होंने कहा, 'तारीफ करने के लिए सुषमा जी का शुक्रिया. मोदी को इतिहास का पाठ पढ़ाएं.' उन्होंने ये भी कहा कि मोदी के पास आइडियाज का अभाव है. उन्होंने कांग्रेस का 'गरीबी हटाओ' का नारा चुरा लिया है. मोदी को पहले ये बताना चाहिए कि गुजरात में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की संख्या क्यों बढ़ी है.
दिग्विजय ने पहले भी लिया है कि सुषमा का नाम
वैसे ये पहली बार नहीं है कि दिग्विजय ने पीएम उम्मीदवार के तौर पर सुषमा का नाम लिया है. इससे पहले भी वह कह चुके हैं कि पीएम पद के लिए बीजेपी में सुषमा सबसे बड़ी दावेदार हैं. पलटवार करते हुए सुषमा ने कहा है कि विवाद पैदा करना दिग्विजय की पुरानी आदत है.
सरदार पटेल की अंत्येष्टि में पंडित नेहरू की मौजूदगी का विवाद
दिग्विजय ने कहा, 'सरदार पटेल की अंत्येष्टि में पंडित नेहरू के नहीं जाने वाले बयान के लिए मोदी को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगना चाहिए. मोरारजी देसाई की आत्मकथा में दर्ज है कि नेहरू और तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद बंबई में सरदार पटेल की अंत्येष्टि में उपस्थित थे.'
दिग्विजय मोदी की उदयपुर रैली में की गयी उस टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि नेहरू देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की अत्येष्टि में शामिल नहीं हुए थे. इसी संबंध में दिग्विजय का बयान आया है कि मोदी का इतिहास का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए.