चक्रवात ‘हुदहुद’ के खतरे के चलते तैयारियां तेज किए जाने के साथ आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों के निचले इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. चक्रवात के आज विशाखापट्टनम के आसपास उत्तर तटीय रेखा पर पहुंचने की आशंका है.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की विशेष आयुक्त के. हिमावती ने यहां बताया कि अब तक विशाखापत्तनम जिले से 24 हजार, विजयानगरम से 15 हजार, श्रीकाकुलम से 46 हजार और पूर्वी गोदावरी जिले से 160 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है.
हिमावती ने कहा कि तटीय जिलों में 146 चक्रवात राहत केंद्र बनाए गए हैं. एनडीआरएफ ने राहत और बचाव अभियान के लिए 19 टीमें तैनात की हैं. हर टीम में 45 से 50 सदस्य हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में सैन्यकर्मियों को विशाखापट्टनम में तैनात रखा गया है. नौसेना के हवाई स्टेशन आईएनएस डेगा में छह विमान तैयार हैं.
श्रीकाकुलम में समुद्र में आज सुबह प्रतिकूल हालात भांपते हुए मौमस विभाग ने आगाह किया है कि चक्रवात के चलते कच्चे मकानों को जबर्दस्त नुकसान हो सकता है. बड़े पेड़ उखड़ सकते हैं और रेल और सड़क परिवहन को आंशिक नुकसान पहुंच सकता है.
उप मुख्यमंत्री केई कृष्णमूर्ति ने भरोसा दिया है कि चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए सरकारी मशीनरी तैयार है.
भारतीय नौसेना की पूर्वी कमान ने मदद के लिए चार जहाजों को तैयार रखा है. इन जहाजों पर अतिरिक्त गोताखोर, डॉक्टर, रबड़ के नांव हेलीकॉप्टर, भोजन, तंबू, कपड़ों और दवाओं सहित राहत सामग्री तैयार रखी गई है.
सूत्रों ने बताया कि तत्काल नोटिस पर काम करने के लिए अतिरिक्त राहत सामग्री के साथ गोताखोरों की 30 टीमें और चार पलटनतैयार रखी गई हैं.
(पीटीआई से इनपुट)