महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना तबादला मिजोरम किए जाने के विरोध में पद छोड़ा.
के. शंकरनारायणन ने इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वे फिर से सक्रिय राजनीति में लौटेंगे. शंकरनारायणन ने कहा कि राज्यपाल रहते हुए उन्होंने कभी राजनीति नहीं की. उन्होंने कहा कि वे संविधान का पूरा सम्मान करते हैं.
इससे पहले, के. शंकरनारायणन का ट्रांसफर रविवार को ही मिजोरम किया गया था. उन्होंने पहले ही कह दिया था कि अगर उनका तबादला मिजोरम किया गया, तो वे इस्तीफा दे देंगे.
शंकरनारायणन को कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में 2012 में दूसरी बार महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. उनका कार्यकाल 2017 में समाप्त होने वाला था. शनिवार आधी रात के बाद राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शंकरनारायणन को मिजोरम स्थानांतरित कर दिया गया है. गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली महाराष्ट्र के गवर्नर का कामकाज देखेंगे.
इससे पहले, शंकरनारायणन तीन साल के लिए झारखंड और नागालैंड के राज्यपाल रह चुके थे.
गौरतलब है कि इससे पहले गुजरात की गवर्नर रह चुकी कमला बेनीवाल का ट्रांसफर मिजोरम किया गया था. हालांकि वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगने के बाद कमला बेनीवाल को राष्ट्रपति ने गवर्नर के पद से बर्खास्त कर दिया. बेनीवाल को हटाए जाने के बाद पूर्व केंद्रीय गृह सचिव विनोद कुमार दुग्गल को मिजोरम का प्रभार सौंपा गया था.