तमाम कयासों और राजनीतिक मेल-मिलाप के बाद आखिरकार शीला दीक्षित ने केरल के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है. शीला दीक्षित मोदी सरकार के सत्ता के आने के बाद इस्तीफा देने वाली आठवीं राज्यपाल हैं. उनसे पहले हाल ही में मिजोरम तबादला होने के बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने इस्तीफा दिया था.
शीला दीक्षित का इस्तीफा नरेंद्र मोदी सरकार की उस मुहिम का हिस्सा है, जिसके तहत यूपीए कार्यकाल में नियुक्त किए गए राज्यपालों को हटाने की कवायद जारी है. सोमवार को शीला दीक्षित ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी, तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह जल्द ही राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे देंगी. हालांकि आजतक के सवाल पर शीला ने सभी कयासों को खारिज किया था.
मई महीने में यूपी के राज्यपाल बीएल जोशी, छत्तीसगढ़ के शेखर दत्त, नागालैंड के अश्विनी कुमार, प. बंगाल के एमके नारायणन, गोवा के बीवी वांचू और मिजोरम के राज्यपाल वक्कोम बी पुरुषोत्तमम ने भी पद से इस्तीफा दे दिया था.
मंगलवार सुबह सरकार ने चार राज्यों महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा और कर्नाटक के नए राज्यपालों के नाम की घोषणा भी कर दी है.