वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश के विभिन्न हिस्सों में दालों की बढ़ती कीमतों और दलहन की स्थिति के मद्देनजर अंतर मंत्रालयी समूह की बैठक की. वित्त मंत्री ने जानकारी दी कि 5,000 टन आयातित दालें आ चुकी हैं और उनका वितरण किया जा रहा है.
बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि दो से तीन दिनों में
दालों की कीमतों में कमी आएगी . सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है.
सरकारी स्टोरों पर 120 रु. में उपलब्धवित्त मंत्री ने कहा कि सरकारी स्टोरों पर तुअर दाल 120 रुपये किलो के भाव बेची जा रही हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि
जमाखोरों पर छापेमारी के दौरान 36,000 टन दाल बरामद की गईं, छापेमारी अब भी जारी है. साथ ही वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि दालों की कीमतों में नरमी लाने के लिए जमाखोरों से बरामद दाल एवं आयातित दाल की बिक्री की जाएगी.
कई राज्यों ने उठाया कदम कई राज्य सरकारें दाल के स्टॉक बाजार में उतारने का फैसला किया है. वित्त मंत्री ने घोषणा की कि सरकार जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है ताकि भविष्य में भी उनके लिए एक स्पष्ट संदेश जाए.
जमाखोरों पर सख्तीइस बीच सरकार ने कहा कि राज्यों द्वारा दलहन की जमाखोरी और
कालाबाजारी के खिलाफ अभियान तेज करने के बाद दो दिनों में 10 राज्यों से करीब 35,000 टन दाल- दलहनों को जब्त किया गया है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'दलहनों की जमाखोरी रोकने के लिए राज्यों की ओर से जमाखोरी रोधी अभियान तेज किया गया है. 10 राज्यों में 35,000 टन से अधिक दाल-दलहनों को जब्त किया गया है.' इसमें कहा गया है कि जमाखोरी रोकने के लिए प्रदेश सरकारों को औचक जांच करने और छापेमारी करने के लिए कहा गया था. परिणामस्वरूप 10 राज्यों में 2,704 छापेमारी की घटना में 35,288 टन दलहनों को जब्त किया गया है.
कार्रवाई में महाराष्ट्र सबसे आगेबयान में कहा गया है कि सर्वाधिक मात्रा महाराष्ट्र में 23,340 टन की जब्त की गई जिसके बाद छत्तीसगढ़ में 4,525.19 टन, तेलंगाना में 2,546 टन, मध्य प्रदेश में 2,295 टन, हरियाणा में 1,168 टन, आंध्र प्रदेश में 859.8 टन, कर्नाटक में 479.6 टन, राजस्थान में 68.47 टन, तमिलनाडु में 4.32 टन और हिमाचल प्रदेश में 2.44 टन दलहन जब्त किये गये.
राज्यों से मिलकर केंद्र की पहल
केन्द्र सरकार ने हरियाणा प्रदेश सहकारिता संस्था हाफेड को बाजार से दलहन की खरीद करने और उसे प्रदेश में अपने बिक्री केन्द्रों के जरिये बेचने को भी कहा है.
उत्तराखंड में मंडी समितियों ने 145 रुपये किलो की दर से तुअर दाल बेचने के लिए देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर में खुदरा बिक्री केन्द्र खोले हैं. प्रदेश सरकार को भी निर्देश दिया गया है कि है कि वह राशन की दुकानों के जरिये निर्धारित दरों पर दालों की बिक्री करें.
दिल्ली में तुअर दाल सफल और केन्द्रीय भंडार के बिक्री केन्द्रों के जरिये 120 रपये किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है जबकि तमिलनाडु में सरकार उड़द दाल 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच रही है.
जबकि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए एक किलो लाल चना 50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से वितरित कर रही है. कुछ राज्यों में जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने के बाद तुअर कीमत मामूली गिरावट के साथ 205 रुपये किलो रह गई जो कल खुदरा बाजारों में 210 रुपये किलो के भाव थी.